वाराणसी: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गंगा यात्रा में शामिल होने का कार्यक्रम बुधवार की सुबह मौसम खराब होने की वजह से रद हो गया। सीएम का दौरान रद हाेने के बाद असि घाट पर मां गंगा की आरती के साथ मुख्य कार्यक्रम शुरू हुआ तो अायोजन में मंत्री आशुतोष टण्डन, नीलकंठ तिवारी और रविन्द्र जायसवाल भी आरती में शामिल हुए। हर हर गंगे के साथ हर हर महादेव का नारा गूंज उठा। वेद मंत्रों ने जान्हवी का तट गूंजा तो गंगा आरती के साथ घंट घडियालों के बीच मां गंगा की निर्मलता और अविरलता के लिए सभी ने संकल्प लिया।
गंगा का पूजन और आरती के साथ ही गंगा की स्वच्छता और अविरलता का संकल्प लेने के बाद असिघाट से रामनगर के लिए गंगा यात्रा बोट से रवाना हाे गई। रामनगर में जनसभा का आयोजन किया किया गया है। जहां पर गंगा यात्रा के मकसद और आयोजन की महत्ता के बारे में लोगों को अवगत कराया जाएगा। वहीं रामनगर में किला मार्ग पर राधा किशोरी राजकीय बालिका इण्टर कालेज के स्काउट गाइड छत्रों ने मानव श्रृंखला बनाकर गंगा की स्वच्छता और अविरलता के लिए एकता का संदेश दिया।
आयोजन के क्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को असि घाट से जलमार्ग से रामनगर और प्रभु नारायण इंटर कालेज ग्राउंड में आयोजित जनसभा को संबोधित करने का कार्यक्रम तय था। सीएम का दौरा खराब मौसम की वजह से रद होने के बाद अब वे सीधे मीरजापुर के कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे।
अस्सीघाट पर मुख्य आयोजन : काशी में गंगा यात्रा का मुख्य आयोजन अस्सी घाट पर किया जा रहा है। सुबह से भी घाट पर लोगों और वीवीआइपी कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे। सुबह पर्यटन राज्यमंत्री नीलकंठ तिवारी मौके पर पहुंचे और आयोजन की तैयारियों का जायजा भी लिया। रामनगर में जनसभा के बाद गंगा यात्रा को मंत्रियों की अगुवायी में सुबह 11.30 बजे मीरजापुर की ओर रवाना कर दिया गया।
गंगा यात्रा से समझेंगे गंगा निर्मलीकरण की महत्ता
अस्सीघाट पर बुधवार सुबह गंगा यात्रा का शुभारंभ करने के लिए कैबिनेट मंत्री मोती सिंह, राज्यमंत्री डॉ नीलकण्ठ तिवारी, रविन्द्र जयसवाल, सांसद मछली शहर, कैंट विधायक सौरभ श्रीवास्तव, महानगर अध्यक्ष विद्या सागर राय पहुंचे। इस दौरान सीएम के आगमन को लेकर तैयारी पूरी हो गई थी। भारी संख्या में कार्यकर्ता और आम लोग घाट किनारे सुबह ही पहुंच गए थे, लेकिन जैसे ही पता चला कि सीएम का कार्यक्रम निरस्त हो गया है, सभी मे मायूस हो गए। इस बीच घाट पर मौजूद वैदिक ब्राह्मणों ने मंत्रोच्चार कर कार्यक्रम को शुरू किया। गंगा सेवा निधि के लोगों ने मां गंगा की आरती कर कार्यक्रम को मूर्त रूप दिया। एनसीसी कैडेट और स्कूली बच्चों ने भारत माता की जयघोष किया। मंत्री मोती सिंह ने कहा कि इस गंगा यात्रा से सभी लोग गंगा के महत्व और उसे निर्मल करने के लिए जागृत होंगे। इस आयोजन का गवाह अस्सीघाट भी बना।