डेस्क: सूर्य धनु राशि में प्रवेश करने चुका है, ऐसे में अब मांगलिक कार्यक्रम नहीं होंगे। शादी-विवाह का इंतजार कर रहे वर-वधू को अभी एक माह तक और इंतजार करना होगा। 14 जनवरी 2020 से फिर से मांगलिक बेला की शुरुआत होने पर कार्यक्रम के लिए शुभ मुहूर्त मिलेंगे। आइए आपकों बता दें कि खरमास क्या है और एक माह बाद किन तारीखों पर लगन मुहूर्त बन रहा है।
बृहस्पति की राशियों में सूर्य होने से मांगलिक कार्य निधेष
आचार्य सर्वेश कुमार शुक्ल ने बताया कि सूर्य जब बृहस्पति की राशि धनु व मीन में जाता तो इसे खरमास कहते है। उन्होंने कहा सूर्य उग्र होता है, जबकि बृहस्पति मांगलिक कार्य के लिए पूज्य होते है। इस कारण जब सूर्य बृहस्पति की राशियों में रहता है, तब मांगलिक कार्य निधेष माना जाता। वहीं, एक जुलाई से 25 नवंबर तक चातुर्मास होने के कारण भी मांगलिक कार्य नहीं होते है। 31 मई से आठ जून तक शुक्र अस्त होने के कारण मांगलिक कार्यों में रुकावट होती है।
14 जनवरी के बाद ये लगन मुहूर्त
आचार्य शुक्ल बताते हैं कि 14 जनवरी के बाद लगन मुहूर्त शुरू होंगे। जनवरी में 15, 17, 18, 19, 20, 30 व 31 फरवरी में 3, 4, 9, 10, 12, 14, 15, 16, 25, 26 व 27 मार्च में 10 व 11, अप्रैल में 26 से शुरू होकर मई में 1, 5, 6, 18, 19 तक मांगलिक कार्य होंगे। जून में 13, 15, 27 व 30 के बाद शुक्र अस्त शुरू हो जाएंगे। इसके बाद चातुर्मास शुरू हो जाएंगे। जो आषाढ़ शुक्ल एकादशी से कार्तिक शुक्ल एकादशी तक चलता है।