फर्रुखाबाद: कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा स्नान के लिए गंगाघाट जाने वाले श्रद्धालुओं की रेलवे स्टेशन व बस अड्डे पर खासी भीड़ रही। सोमवार की देर शाम से ही श्रद्धालु ट्रेन व बसों में भरकर पंहुचना शुरू हुए|
कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा स्नान करने के साथ दान आदि का विशेष महत्व है। कार्तिक पूर्णिमा पर लोग भारत की मुख्य और आध्यात्मिक नदी गंगा के पावन जल में स्नान कर शुद्ध व पवित्र होने और जाने अनजाने हुए अपकृत्यों को गंगा मां को समर्पित करने की कामना रखते हैं। तमाम लोग पतित पावनी गंगा के किनारे धार्मिक कर्म कांड करवाने की महत्वाकांक्षा से जाते है तो तमाम ऐसे भी है जो घर में सम्पन्न पूजा अर्चना के अवशेषों को गंगा में विसर्जित कर पुण्य के भागी बनना चाहते थे।
गंगा स्नान के लिए सोमवार की रात से ही श्रद्धालुओं का पांचाल घाट जाना शुरू हो गया। श्रद्धालु ट्रेन के अलावा डग्गामार वाहनों, निजी वाहनों से गंगा घाटों के लिए रवाना हुए। वहीं हाइवे पर रात भर ट्रैक्टर-ट्राली से श्रद्धालु गंगा स्नान के लिए पांचाल घाट पंहुचने के लिए जाते दिखे| सड़क मार्गो पर वाहनों पर लटक और ट्रेनों की छतों पर बैठने के अलावा खड़े होकर यात्रा पूरी की। न ही ट्रेनों, ना ही बसों और यहां तक कि निजी वाहनों में भी तिल रखने की जगह नहीं थी। मंगलवार आधी रात से ही गंगा स्नान शुरू होगा, तो घरों में भी लोगों भोर में स्नान कर दान आदि करेंगे।
गंगा मे बनायी गयी बेरिकेटिंग
गंगा के गहरे पानी से बचाने के लिए गंगा में बैरकेटिंग बनायी गयी है| इसके साथ ही घाटों की साफ़-सफाई भी की गयी है|
भारी पुलिस बल होगा तैंनात
एक टुकड़ी तैराक पीएसी, एक प्लाटून पीएसी के साथ ही 12 टोली रिक्रूटों की बनायी गयी है| जो पूर्णिमा के गंगा एस्नान पर अपनी नजर रखेंगे| इसके साथ ही सम्बन्धित थाना पुलिस को भी तैनात किया गया है|