फर्रुखाबाद: गुटवाजी के कारण किशोर बंदी सुधारगृह में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता सूबे की मुख्यमंत्री मायावती का पुतला फूंकने को लेकर आपस में ही भिड़ गए|
पुलिस द्वारा आन्दोलनकारियों को जूते से कुचले जाने के विरोध में पूर्व विधायक इजहार आलम खां के नेतृत्व में सपा नेता भास्कर दत्त द्विवेदी, विश्वास गुप्ता, चाँद मोहम्मद, रंजीत चक आदि सपाईयों ने मौन व्रत रखा और उसके बाद विश्वास गुप्ता ने मुख्यमंत्री का पुतला फूंके की योजना बनायी|
सपा जिलाध्यक्ष चन्द्र पाल सिंह यादव ने पुतला फूंके जाने का विरोध कर दिया| पूर्व शिक्षामंत्री राम आसरे विश्वकर्मा ने भी अपनी सहमति नहीं दी| इसी बात को लेकर विश्वास गुप्ता व चंद्रपाल सिंह यादव में तीखी नोकझोंक हुयी| जेल से रिहा होने के बाद सपाईयों ने आपस में हुए विवाद को उजागर कर दिया|
सपाईयों की रिहाई के दौरान अपर पुलिस अधीक्षक बीके मिश्र व नगर मजिस्ट्रेट हरिशंकर मौजूद रहे| सपाईयों की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए संवेदनशील स्थानों पर पुलिस फ़ोर्स मौजूद था|