फर्रुखाबाद: JNI NEWS वर्ष 2019 में अपनी स्थापना के 10 वर्ष पूरे करने जा रहा है| पहले SMS और फिर वेबसाइट के माध्यम से खबरों को शहरो से लेकर ग्रामीण इलाको में अपनी पहुच बनाने वाली इन मीडिया ने वेबसाइट और मोबाइल एप पर 1 लाख से ज्यादा की हिटिंग प्राप्त कर ली है| कभी SMS के लिए 1.27 मोबाइल सब्सक्राइबर्स वाला प्लेटफोर्म एक बार फिर से लखटकिया पाठको वाला न्यूज़ मीडिया बन गया है|गूगल अनालिटिक रिपोर्ट के मुताबिक सर्वाधिक प्रसारित अख़बार की संख्या से चार गुना मोबाइल धारको पर अब JNI NEWS पढ़ा जाता है| ऐसे में 10वे वर्ष के प्रवेश के अवसर पर हम विज्ञापन दाताओ के लिए विशेष मानसून ऑफर लेकर आये है| वो लोग जो प्रचार के माध्यम से अपनी या अपने प्रोडक्ट की चर्चा चाहते है वो कम से कम दो मिनट पूरी डिटेल अवश्य पढ़े-
*Secret of Growing Business*
GET MORE CUSTOMERS & GROW YOUR BUSINESS
किसी भी व्यापार का केंद्र बिंदु ग्राहक होता है, व्यापार में बढोत्तरी के लिए ज्यादा ग्राहकों की जरुरत होती है| ज्यादा ग्राहकों को लुभाने और अपने प्रतिष्ठान पर बुलाने के लिए जरुरी है कि उन तक आपका सन्देश पहुचे| आप करोडो रुपये शोरूम में लगाये है मगर ग्राहकों तक अगर जानकारी नहीं है तो वे क्यों आयेंगे| उन्हें कम खर्च में अपने प्रतिष्ठान तक बुलाने के लिए-
*बस 2 मिनट में दिए गए सुझाव को ध्यान से पढ़िये*
व्यापार बढ़ाने के लिए अपनी दुकान/ब्रांड और उन पर बेचे जाने वाले उत्पादों को जनता तक अधिक से अधिक तेज गति से ग्राहकों तक पहुचाये और उसके लिए सोच समझकर प्रचार माध्यम चुने| अधिक बिक्री के लिए जरुरी है कि ग्राहक को मालूम हो कि आपके यहाँ कौन कौन सा प्रोडक्ट नया आया है?
मगर ध्यान रखे,
कहीं ऐसा तो नहीं कि आप प्रचार पर जो खर्च कर रहे है वो बहुत ही सीमित दायरे तक पहुच रहा हो?
सबसे पहले ध्यान दे-
अगर आपको अपने व्यापार के लिए ग्राहक बहुत ही सीमित दायरे से ग्राहक चाहिए तब चुने-
पोस्टर/बैनर/होल्डिंग्स/LED होल्डिंग्स/पम्प्लेट्स/सोशल मीडिया और अख़बार
*और अगर आपको ग्राहक बड़े दायरे से चाहिए तब*
पोस्टर / बैनर / होल्डिंग्स / LED होल्डिंग्स / पम्प्लेट्स / सोशल मीडिया और अख़बार आपकी कोई मदद नहीं कर सकते
क्योंकि इन माध्यमो की पहुच सीमित दायरे तक ही है, समझिये कैसे?
- बैनर, पोस्टर और पम्प्लेट्स इन सभी को डिजाईन कराने से लेकर छपवाने और उसे टारगेट जनता तक पहुचाने में पापड़ बेलने पड़ते है| कई बार ये छपवाने के बाद ठेके पर लगवाने या बटवाने के लिए दिए जाते है और जिसको ये काम दिया जाता है वो सीमित मात्रा में वितरित कर इति श्री कर लेता है और आपका खर्च किये हुए पैसे का अधिकांश हिस्सा व्यर्थ चला जाता है| मोनिटरिंग के लिए समय नहीं होता लिहाजा प्रचार काल्पनिक सा हो जाता है और इन माध्यम से प्रचार पर खर्च किये पैसे का कोई लाभ नहीं मिलता|
- फ्लेक्स होल्डिंग्स और एलईडी होल्डिंग्स सड़क के किनारे व्यस्ततम सार्वजनिक जगहों पर लगे होते है| अब माना ये जाता है कि सार्वजानिक सड़को पर ज्यादा लोग विज्ञापन देख लेंगे मगर व्यवहारिक रूप से ऐसा नहीं होता| कार या बाइक सवार अगर होल्डिंग्स देख कर पढ़ेगा तो निश्चित रूप से दुघटना होगी| वाहन सवार तो सीधे सड़क देख कर निकल जाता है और आज की आधुनिक दुनिया में पैदल चलते ही कितने लोग है? गंभीरता से सोचो| लिहाजा फ्लेक्स बैनर और एलईडी होल्डिंग्स अपना प्रभाव नहीं छोड़ पाते और इन पर खर्च किया हुआ पैसा अनुपातिक लाभ नहीं दे पाता|
- अखबार- सबसे महगा प्रचार/विज्ञापन माध्यम पड़ता है| जरा सोचे, टीवी अख़बार पर चलने/छपने वाले विज्ञापन कितने देखे और पढ़े जाते है| अगर विज्ञापन आपका खुद का या किसने परिचित का नहीं है तो अख़बार है तो पन्ना पलट जाता है और टीवी है तो रिमोट से चैनल बदल जाता है| अख़बार लोग खबरे पढ़ने के लिए लेते है और विज्ञापन चूँकि खबर के बीच में नहीं होता लिहाजा नजरअंदाज ही किया जाता है| कभी था वो समय, जब लोग खबर के लिए अख़बार पर आश्रित थे| आज सुबह आधे घंटे के बाद अखबार को दिन भर कितने लोग दुबारा तलाशते है? खाली समय काटने के लिए अब मोबाइल हाथ में होता है, जहाँ बैठे शुरू हो गए| आज के दौर में 99 प्रतिशत व्यक्ति मोबाइल से हर काम कर रहा है| टीवी देखने से लेकर खबरे पढ़ने का काम मोबाइल पर| सूचनाओ के आदान प्रदान से लेकर घढ़ी और अलार्म का काम भी मोबाइल करता है| तो ऐसे में अख़बार में विज्ञापन और प्रचार पर खर्च किया हुआ पैसा कितना कारगर रह गया है इस पर चिंतन करने की जरुरत है| और सबसे बड़ी बात अख़बार की पहुच की सीमाए हैं| ये मुख्यतः शहरो में ही बटता है| कस्बे के आगे दुरुस्थ ग्रामीण अंचलो में इसकी पहुच नगण्य है| जहाँ आपके जिले की सर्वाधिक 70 प्रतिशत आबादी रहती है वे अखबार से दूर है| जरा सोचो अख़बार में छपवाया हुआ विज्ञापन कितने लोगो तक पहुच पाता है?
- अब रही बात सोशल मीडिया की तो इनकी भी अपनी सीमायें है| whatsapp और फेसबुक ये दो बड़े माध्यम है मिडिल क्लास जनता के| whatsapp पर ग्रुप 256 लोगो से ज्यादा का नहीं बनता और आपके मोबाइल में कितने नंबर है? आप ग्रुप के माध्यम से लोगो तक पहुचते है| दो चार ग्रुप मिला लीजिये घूम फिर के आधे से ज्यादा नंबर कॉमन मिलेंगे| और उस पर जो आपके जान- पहचान के है उन्ही के नंबर है और वे तो आपको जानते ही है| विज्ञापन तो उसे भेजना है जो आपसे और आपके प्रतिष्ठान से अनजान है| आपको ज्यादा बिक्री के लिए तो नया ग्राहक चाहिए| फेसबुक पर भी आपकी डाली हुई पोस्ट केवल आपकी मित्र सूची के 10% लोगो तक ही पहुचती है| शत प्रतिशत के लिए फेसबुक भी भुगतान मांगता है- लिखा होता है- “Promote Your Post”
*तब ऐसी स्थिति में क्या करे*?
- अपने प्रचार या विज्ञापन के लिए ऐसे माध्यम को चुने जो शहर से लेकर दुरुस्त ग्रामीण अंचलो में भी बराबर प्रभावशाली हो और एक ही समय में पहुच सके|
- उस माध्यम को चुने जो 24 घंटे आपके टारगेट ग्राहक तक पहुच रखता हो|
- उस माध्यम को चुने जो आपके प्रचार को बार बार कई बार ग्राहक को दिखाई दे और ग्राहक के मानसिक पटल पर आपके प्रोडक्ट / ब्रांड की छाप अंकित कर सके|
- सबसे महत्वपूर्ण पहलु है- विज्ञापन पर खर्च किया गया पैसा भरपूर वसूली कराये और आपके बजट में भी रहे|
*इन सब मामलो में यानि कि बिंदु 1 से 4 तक हर मामले में JNI NEWS बिलकुल खरा उतरता है*| तुलना जरुर करे-
*क्योंकि* –
- JNI NEWS मोबाइल एप और वेब मीडिया के माध्यम से दिन भर हर महत्वपूर्ण ताज़ा खबरे जनता तक पहुचाता है| लिहाजा JNI NEWS मोबाइल के माध्यम से हर वक़्त जनता की जेब में होता है| खबरों के लिए शहर से लेकर गाँव तक, अमीर से लेकर गरीब ठेले वाला तक (जो अख़बार नहीं खरीदता मगर एंड्राइड मोबाइल रखता है), छात्र छात्राओं से लेकर गृहणियो तक, नौकरी पेशा, व्यापारी, अफसर और किसानो तक मोबाइल के माध्यम से अपनी पकड़ बनाये हुए है और निरंतर पाठको में इजाफा होता रहता है|
- चूँकि JNI NEWS पर प्रसारित होने वाला विज्ञापन खबरों के बीच में रहता है लिहाजा खबर पढ़ने वाले पाठक की नजर प्रचार पर पढ़ना तय है| बिना विज्ञापन पर नजर पड़े खबर नहीं पढ़ी जा सकती| ऐसा अन्य किसी माध्यम में नहीं हो सकता विशेषकर अख़बार और टीवी में|
- चूँकि आपका विज्ञापन JNI NEWS पर कई दिन तक चलता है और दिन में कई बार ग्राहक को पढ़ने को मिलता है लिहाजा ये अमिट छाप छोड़ जाता है|
- फर्रुखाबाद जनपद में बिकने वाले सभी अखबारों की प्रसार संख्या के मुकाबले JNI NEWS लगभग चार गुना पाठको तक अपनी पहुच रखता है इसलिए ये माध्यम सर्वाधिक जनता तक पहुचने का इकलौता माध्यम है| google analytics की रिपोर्ट कभी भी देखी जा सकती है जबकि कोई भी अन्य अख़बार या समाचार माध्यम अपनी जनता तक पहुच का सबूत नहीं देता|
“तो मित्रो अगर आप भी अपने व्यापार को और आगे बढ़ाना चाहते है तो प्रचार जरुर करिए| JNI NEWS के माध्यम से किया गया प्रचार आपके पैसे की पूरी वसूली कराएगा|”
सम्पर्क करे- JNI NEWS, 2B/116 Awas Vikas, Farrukhabad. Mob 8953611555, 9455522555
Website- http://jnilive.mobi , विज्ञापन के साथ “फ्री गूगल बिज़नस पेज” की ट्रेनिंग भी प्राप्त करे
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