शमशान गिने जायेंगे आर्थिक गतिविधि के केंद्र, किन्नरों रहेंगे आर्थिक गणना से बाहर

FARRUKHABAD NEWS

फर्रुखाबाद: जल्द ही आपके दरवाजे पर केंद्र सरकार के अस्थायी प्रतिनिधि के तौर पर जन सेवा केंद्र द्वारा नियुक्त गणनाकार आएगा और आपसे कुछ सवाल पूछेगा| केंद्र सरकार का सांख्यिकी मंत्रालय 7 वी आर्थिक गणना का काम शुरू करने जा रहा है| इसी गणना और डाटा बैंक का इस्तेमाल केंद्र और राज्य सरकारे आम जनता के लिए आर्थिक योजना बनाने के लिए करेंगी| डाटा गोपनीय होगा और जनता की दी हुई जानकारी के आधार पर होगा| गणनाकार से जानकारी देने से पूर्व केंद्र सरकार द्वारा जारी उसका परिचय पत्र अवश्य देख ले| इस गणना में हर उस भवन या इकाई को लिया जायेगा जिसमे चार दीवारे और छत होगी| मजे की बात ये है इस गणना में शमशान को सरकार ने आर्थिक गतिविधि का केंद्र माना है और जो किन्नर गाना गाकर दूसरे के घरो पर मनोरंजन करके धन कमाते है उन्हें गैर आर्थिक गतिविधि मानते हुए गणना से बाहर रखा है|

वैसे तो देश में आर्थिक गतिविधि की गणना का काम 1977 से चल रहा है| हर 6 वर्ष के अंतराल पर होने वाली आर्थिक गणना 7 वी बार इस वर्ष होने जा रही है| वैसे तो ऐसे प्रोजेक्ट चर्चा में नहीं आते मगर इस बार आर्थिक गणना में कुछ महत्वपूर्ण बदलाव किये गए है जिसके कारण आम जनता में भी इस गणना का कौतुहल बना हुआ है| इस गणना के तहत गाँव से लेकर शहर के हर घर/दुकान/कारखाना या भवन रुपी संरचना को न केवल गिना जायेगा बल्कि उसके अन्दर चल रही गतिविधि को सूचीबद्ध किया जायेगा| गणनाकार एक मोबाइल पर एप के जरिये ये सारा डाटा भवन/व्यापारी/उद्द्यमी या अन्य स्वामी से पूछताछ के आधार पर दर्ज करेगा| रेडी ठेली वालो के व्यापार की गिनती उनके घर से की जाएगी चूँकि उनका स्थायी व्यापारिक स्थल नहीं होता| घर के अन्दर चलने वाले छोटे मोटे काम भी सूचीबद्ध होंगे जैसे ट्यूशन, सिलाई कढ़ाई, बीड़ी बनाना, बेचने के लिए आचार बनाना आदि आदि| तो तैयार रहिये आर्थिक गणना के लिए| ध्यान रहे सावधानी जरुर बरते, गणनाकार का परिचय पत्र जरुर देखे और संदिग्ध लगने पर पुलिस को फोन करे|