13 पार्टियों को मिली सिर्फ एक सीट, 610 दलों को एक भी नहीं, ऐसा रहा ये चुनाव

FARRUKHABAD NEWS

नई दिल्ली:  इस लोकसभा चुनाव में 542 सांसदों वाले सदन में बीजेपी (BJP) को अकेले 303 सीटें मिलीं, लेकिन 610 ऐसे दल भी रहे जिन्हें एक भी सीट पर कामयाबी नहीं मिल पाई। ऐसे दलों में सैकड़ों छोटी-छोटी पार्टियां तो है हीं, कई नामचीन और पुरानी पार्टियां भी हैं, जिनका कभी दिल्ली की सत्ता पर खासा दबदबा होता था। इन 610 पार्टियों के अलावा 13 चर्चित और गुमनाम पार्टियां भी हैं, जिन्होंने किसी तरह से इस बार एक सीट पाने में सफलता पायी है। चुनाव आयोग के आंकड़ों के विश्लेषण से एक और दिलचस्प बात सामने आई है कि एक भी सीट नहीं जीतने वाली पार्टियों में से 530 ऐसी हैं, जिनका वोट शेयर इस बार सिंगल डिजिट में भी नहीं आ सका।

इन बड़े क्षेत्रीय दलों को एक भी सीट नहीं मिली 2019 के लोकसभा चुनाव में जिन चर्चित और बड़ी क्षेत्रियों पार्टियों का खाता भी नहीं खुला उनमें फॉरवर्ड ब्लॉक (FB),भारती राष्ट्रीय लोक दल (INLD), जननायक जनता पार्टी (JJP), सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट (SDF), राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (RLSP), सर्व जनता पार्टी (SJP), जम्मू एंड कश्मीर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP), ऑल इंडिया एनआर कांग्रेस (AINRC), राष्ट्रीय जनता दल (RJD) और पीएमके (PMK) शामिल हैं।
एक सीट जीतने वाली पार्टियां सिर्फ एक सीट जीतकर लोकसभा में घुसने वाली 13 पार्टियों में आम आदमी पार्टी (AAP), ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन (AJSU), एआइएडीएमके (AIADMK), ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (AIUDF), क्रांतिकारी सोशलिस्ट पार्टी (RSP), वीसीके (VCK), सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा (SKM), राष्ट्रवादी डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (नगालैंड), जनता दल एस (JDS), राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP), झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) , केरल कांग्रेस (एम) और मिजो नेशनल फ्रंट (MNF) शामिल हैं। 2014 के लोकसभा चुनावों में 1 सीट जीतने वाली पार्टियों की संख्या 12 थी।
राष्ट्रीय पार्टियों का ओवरऑल परफॉर्मेंस इस बार छह राष्ट्रीय दलों यानी भारतीय जनता पार्टी (BJP),कांग्रेस, बहुजन समाज पार्टी (BSP), सीपीआई (CPI), सीपीएम (CPM) और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) ने कुल 375 सीटें जीती हैं। यह संख्या 2014 के लोकसभा चुनाव में सिर्फ 342 थी। इस तरह से 2019 में कुल 37 राजनीतिक दल लोकसभा पहुंचने में कामयाब रहे। जबकि, 2014 में कुल 464 पार्टियों में से 38 दलों को यह सफलता मिली थी।