केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिख अपील की है कि उन्हें मंत्री बनाने का विचार ना किया जाए| जेटली ने अपने खत में लिखा है कि पिछले 18 महीने से उनकी तबीयत खराब है ऐसे में वह जिम्मेदारी को नहीं निभा पाएंगे| इसलिए उन्हें मंत्री बनाने पर कोई विचार ना करें|
खराब सेहत का हवाला देते हुए जेटली ने लिखा, ‘पिछले 18 महीनों से मैं गंभीर बीमारी से पीड़ित हूं. चुनाव प्रचार खत्म होने के बाद जब आप केदारनाथ जा रहे थे, तब मैंने आपको औपचारिक तौर पर कहा था कि स्वास्थ्य कारणों से मैं भविष्य में कोई भी जिम्मेदारी उठाने में असमर्थ रहूंगा. मुझे अपने इलाज और स्वास्थ्य पर ध्यान देना है. बीजेपी और एनडीए ने आपके नेतृत्व में शानदार जीत दर्ज की है. कल नई सरकार का शपथ ग्रहण होने वाला है.’
जेटली ने लिखा, ‘मैं आपसे औपचारिक रूप से अनुरोध करने के लिए लिख रहा हूं कि मुझे अपने इलाज और स्वास्थ्य के लिए उचित समय चाहिए और इसलिए मैं नई सरकार में किसी भी जिम्मेदारी का हिस्सा नहीं बनना चाहता हूं. इसके बाद निश्चित तौर पर मेरे पास काफी समय होगा, जिसमें मैं अनौपचारिक रूप से सरकार या पार्टी में कोई भी सहयोग कर सकता हूं.’
सॉफ्ट टिशू कैंसर से पीड़ित हैं जेटली
पिछले साल मई में अरुण जेटली का किडनी प्रत्यारोपण हुआ था. इसके बाद जेटली के बायें पैर में सॉफ्ट टिशू कैंसर हो गया है, जिसकी सर्जरी के लिए वह इसी साल जनवरी में अमेरिका भी गए थे. फिलहाल वह कीमो के दौर से बाहर आने की कोशिश कर रहे हैं. इसके कारण जेटली बेहद कमजोर हो गए हैं. पिछले हफ्ते उन्हें एम्स में भर्ती कराया गया था जहां उनका इलाज हुआ था.