फर्रुखाबाद: समाजवादी पार्टी के नेताओं की गिरफ्तारी होते ही मदद करने के बजाय समाजवादी पार्टी के पूर्व मंत्री राम आसरे विश्वकर्मा चुपचाप होटल से खिसक गए| सपा मुखिया मुलायम सिंह ने उन्हें ७ से ९ फरवरी तक आयोजित जन आन्दोलन का प्रभारी बनाया था|
बीती रात श्री विश्वकर्मा ने बढपुर के होटल में सांसद चन्द्र भूषण सिंह उर्फ़ मुन्नूबाबू, विधायक नरेन्द्र सिंह यादव, पूर्व विधायक उर्मिला राजपूत, युवजन सभा के जिलाध्यक्ष दृगपाल सिंह यादव बाबी, पूर्व जिलाध्यक्ष सतीश दीक्षित, राजकुमार राठौर एडवोकेट, ओमप्रकाश शर्मा आदि के साथ आन्दोलन को सफल बनाने के लिए बैठक की| इसी दौरान उन्होंने फोन करके घर जा चुके जिलाध्यक्ष चंद्रपाल सिंह यादव को बुला लिया तभी पुलिस ने होटल को घेरना शुरू कर दिया|
पुलिस के द्वारा घेरावंदी होने की जानकारी पर सपा नेताओं में खलबली मच गयी| तब सतीश दीक्षित ने बड़ी दबंगई से कहा कि चलो निकलते हैं ज्यादा से ज्यादा पुलिस गिरफ्तार कर जेल ही भेजेगी| सभी सपा नेता पुलिस की नजरें बचाकर चुपचाप खिसक गए तब तक पुलिस की भी गिरफ्तारी करने की रणनीति नहीं बनी थी| जब चंद्रपाल सिंह यादव व ओमप्रकाश शर्मा बाहर निकले तभी पुलिस ने चंद्रपाल यादव को घेर लिया न पहचाने जाने के कारण ओमप्रकाश खिसक गए|
चंद्रपाल सिंह आदि नेताओं की गिरफ्तारी होते ही मंत्री जी होटल से चुपचाप खिसक गए| उधर पुलिस ने आवास विकास कालोनी में छापा मारकर सपा नेता एवं प्रधानाचार्य एवं प्रताप बहादुर शाक्य को धर दबोचा|