माँ का पशु प्रेम: घोड़ी पर नहीं चढ़ सकेंगे बेचारे वरुण गांधी!

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लखनऊ|| किसी शख्स की शादी हो और वह घोड़ी पर न चढ़ पाएं तो इससे ज्यादा दुख की बात और क्या हो सकती है। कुछ ऐसा ही होने वाला है पीलीभीत से बीजेपी सांसद और गांधी परिवार के चिराग वरुण गांधी के साथ। यदि मां की चली तो वह अपने बारात में घोड़ी पर बैठ कर नहीं जा पाएंगे। जाएं भी कैसे मां मेनका गांधी पशु-प्रेमी जो ठहरी। मां का पशु प्रेम बेटे की खुशियों पर ग्रहण लगा सकता है।

वरुण की मां मेनका गांधी का जानवरों के प्रति प्रेम जग-जाहिर है। उन्होंने जानवरों के हित की रक्षा के लिए कई मोर्चों पर लड़ाई लड़ी है। उन्होंने समाज में जानवरों को सम्मान दिलाने की मजबूत पहल की है। उन्हीं की देन है कि भारत में सर्कस में जानवरों के करतब पर प्रतिबंध लगाया गया। फिल्मों में जानवरों के इस्तेमाल पर रोक लगी। याद कीजिए रंग दे बंसती फिल्म के उस दृश्य को जिसमें आमिर खान एक घोड़े को दौड़ाते हुए नजर आते हैं। पर बाद में इस दृश्य को ही फिल्म से काट दिया गया। ऐसे में भला मेनका अपने बेटे को जानवार की सवारी कैसे करने देंगी।

गौरतलब है कि एनडीए सरकार मेनका गांधी पर्यावरण मंत्री रह चुकीं हैं। उन्होंने जानवरों की रक्षा के लिए कई कार्यक्रम और मुहिम चलाई है। उन्होंने भारत के जाने माने होम्योपैथिक डॉक्टर मुकेश बत्रा के साथ मिल कर एक मुहिम भी शुरू की है, जिसमें अब वे देश और विदेशों में अपने सभी क्लीनिक पर जानवरों का इलाज होम्योपैथी से करेंगे। वहीं, उत्तराखंड के गढ़वाल ज़िले के थैलीसैण विकास खंड के बुंखाल मेले में पशु बलि रुकवाने को लेकर उनके द्वारा उच्च न्यायालय नैनीताल में जनहित याचिका दायर की गई थी। इससे पशु बलि रोक दी गई।

कल 6 मार्च को होगी धूमधाम से शादी

मेनका के लाड़ले वरुण की शादी कोलकाता की फैशन डिजाइनर यामिनी राय चौधरी के साथ तय कार्यक्रम के अनुसार छह मार्च को होगी। विवाह संबंधी तैयारियां पूरी कर ली गईं हैं। इसके लिए सांसद के करीबी यहां पहुंच चुके हैं। गुजरात के भाजपा विधायक योगेश भाई की देखरेख में सारा काम हो रहा है। कांची कामकोटि मंदिर एवं विवाह मंडप सजाने का काम कोलकाता से गुलाब बेला एवं चमेली के फूल मंगाकर होगा। विवाह मंडप में अधिकतम 15 लोगों के बैठने की व्यवस्था की जा रही है जिसमें वर एवं कन्या के परिजन तथा कुछ बहुत ही खास लोग रहेंगे।