फर्रुखाबाद: आधा दर्जन से ज्यादा मांगो को लेकर विकास भवन के प्रांगन में भूख हड़ताल पर बैठे जिले के सफाई कर्मियों की हड़ताल कुछ घंटो के बाद ही संघ में फूट के चलते धडाम हो गयी| सुबह से दोपहर तक प्रांगन में हो हल्ला काटने के बाद सफाई कर्मियों के एक धड़े को मुख्य विकास अधिकारी ने जनवरी के वेतन के लिए सरकार को लिखने के आश्वासन के साथ ही हड़ताल समाप्त करने के लिए राजी कर लिया| सुबह नास्ता पानी और भरपेट भोजन के बाद शुरू हड़ताल अगली भूख लगने से पहले ही समाप्त हो गयी|
हड़ताल की अगुआई कर उत्तर प्रदेश पंचायत सफाई कर्मी संघ के जिलाध्यक्ष अरविन्द सिंह ने जेएनआई को बताया कि सरकार समय से वेतन नहीं देती जिससे परिवारों के भरण पोषण में परेशानी होती है| अगर सरकार समय से पेट नहीं भर सकती तो नौकरी ही क्यूँ देती है| जरा जरा सी बात पर सफाई कर्मियों को निलम्बन और दूसरी कारवाही हो जाती है जबकि प्रधान और ग्राम सचिव तो झाड़ू पंजा का पैसा तक खा जाते है और जिला पंचायत राज अधिकारी उनके खिलाफ कारवाही नहीं करते| लगातार सफाई कर्मियों का उत्पीडन हो रहा है इसे बर्दास्त नहीं किया जायेगा अबकी बार लडाई आर पार की है| जिला पंचायत राज अधिकारी ने गैर आबाद ग्रामो में भी सफाई कर्मिओं की तैनाती कर रखी है वे सफाई कर्मी इन अधिकारिओं के घरो पर काम करते है या फिर काम पर न जाने के एवज में इनके काले धन में इजाफा करते है| वहीँ पंचायत राज अधिकारी कार्यालय ने इन आरोपों को बेबुनियाद बताया है|
मगर शाम होते ही आर पार की लड़ाई समाप्त होने की खबर विकास भवन के गलियारों से आई है|
सफाई कर्मियों ने कुल नौ मांगे रखी थी|