फर्रुखाबाद:मेला श्रीरामनगरिया में रविवार को प्रजापिता ब्रहमाकुमारी बीबीगंज सर्चलाइट भवन के द्वारा कार्यालय का शुभारम्भ किया गया| जिसमे चरित्र के निर्माण पर बल दिया गया|
शहर के पांचाल घाट में चल रहे मेले में प्रजापिता ब्रहमाकुमारी के कार्यालय का फीता काटकर मुख्य अतिथि श्री 1008 श्री जय देवानंद सरस्वती जी महाराज बद्रीनाथ धाम वाले ने किया| देवानंद सरस्वती जी महाराज ने कहा कि गीता में कहा गया है मानव केवल शरीर बदलता है क्योकि सभी हमारा विनाशी है। जबकि आत्मा का कभी अन्त नही होता है वह अजर अमर है। अगर आपने अपने मन इन्द्रियों को बस में कर लिया तो आपके लिए संसार के सुख के साधन तुच्छ अनुभव होगें। समय के साथ बदलते हालातों में समायोजन करते हुए अपने ख्यालातों को बदलने आज इस पावन गंगा तट पर ये कहता हूँ| कि कल किसने देखा है जो करना है तो अभी ही कर ले। सृष्टि के महापरिर्वतन से पहले अपने को परिवर्तन कर लें।
अपर जिलाधिकारी भानूप्रताप सिंह यादव चरित्र निर्माण अध्यात्म का प्रथम चरण है। हमारे आम जीवन में चरित्र की बहुत आवश्यक्ता है जो समाज जितना चरित्रवान होता है। उतना ही वह उत्थान की ओर जाएगा। युवाओं को बहुत ही आवश्यक है क्योकि आज का युवा ही बहुत ही असंतुष्ट एवं तनाव से युक्त है।उपजिलाधिकारी सदर अमित आसेरी ने कहा कि हमारे इस विश्व में परमात्मा ने केवल दो की रचना की। जिसमें मानव तथा वस्तुऐं हैं। आज के समय में मानव के तनाव के मुख्य कारण है कि वह अपने मन के स्वरुप वस्तुओं को चाहता है। वस्तुओं से प्रेम करता है इसलिये मानव में मानवता नही है प्रेम नही है यही विश्व के विनाश का कारण है।
केन्द्र संचालिका बीके मंजू बहन,व्यापार मण्ड़ल के प्रदेश उपाध्यक्ष अरुण प्रकाश तिवारी ददुआ,गुरुद्वारा के ग्रन्थी ज्ञानी गुरुवचन सिहं,पप्पन मियां वारसी,सुरेन्द्र सोमंवशी ने भी सम्बोधित किया।