फर्रुखाबाद, 16 फरवरीः नकल के लिये कुख्यात जनपद में नकल माफिया के चाबुक का कितना खौफ है, इस का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि, अगामी 17 मार्च से प्रारंभ हो रही बोर्ड परीक्षा के लिये परीक्षा डयूटी में लगने वाले अध्यापकों का ब्योरा अंतिम तिथि गुजर जाने के बावजूद अभी तक जनपद के एक भी विद्यालय ने जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में उपलब्ध नहीं कराया है।
बोर्ड की परीक्षा 17 मार्च से शुरू हो रही हैं। मंगलवार को निजी कॉलेजों की ओर से जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में शिक्षकों का ब्योरा देने का अंतिम दिन था। जनपद में करीब 186 निजी कॉलेज हैं लेकिन अभी तक एक भी विद्यालय ने ही शिक्षकों की सूचना उपलब्ध नहीं करायी है। हालांकि जिला विद्यालय निरीक्षक आरके शर्मा का कहना है कि अभी पर्याप्त समय है, हमारी तैयारियां पूरी हो जाएगी। कक्ष निरीक्षकों की नियुक्ति हर साल विवादों में घिरी रहती है। परीक्षा के निकट आने पर निजी कॉलेज मनमाने ढंग से कक्ष निरीक्षक की नियुक्ति का खेल खेलते हैं। नकल रोकने के लिए बोर्ड ने इस बार निजी कॉलेज से शिक्षकों का ब्योरा उपलब्ध कराने का निर्देश जारी किया था। विद्यालयों को शिक्षकों का नाम, पता, फोटो, उम्र, विषय बताने के निर्देश था। ब्योरा पहुंचाने की अंतिम तिथि के बाद भी सूचनाओं को दबा कर नकल माफियाओं ने अपना दांव चल दिया है। परीक्षा निकट आने पर हड़बड़ी में कक्ष निरीक्षकों का निर्धारण कर दिया जाता है। इससे परीक्षा के दौरान कई खामियां सामने आती हैं।
जपनद में कुल 186 माध्यमिक विद्यालय है इनमें 4 राजकीय विद्यालय भी सम्मिलित हैं। इस वर्ष कुल 62 विद्यालयों के अतिरिक्त केंद्रीय कारागार को भी परीक्षा केंद्र बनाया गया है। नियमानुसार केंद्र बने विद्यालयों में बोर्ड परीक्षा में डयूटी पर आधे शिक्षक सम्बंधित विद्यालय के और शेष शिक्षक दूसरे विद्यालयों से लगाने का प्राविधान है। बोर्ड परीक्षा के लिये कुल लगभग 3000 कक्ष निरीक्षकों की आवश्यकता पड़ेगी।