फर्रुखाबाद:15 february कर्मचारियों की लापरवाही से सूबे की मुख्यमंत्री मायावती की महत्वाकांक्षी महामाया आर्थिक गरीब मदद योजना की पोल खुल गयी है| गरीब लाभार्थियों के मर जाने के बाद उनकी आज बैंक पास बुकें बांटी गयीं| यदि लाभार्थियों को समय से गी यदि आर्थिक मदद मिल जाती तो शायद वह आज ज़िंदा होते और योजना का उद्देश्य भी पूरा हो जाता|
डीएम की पहल पर बांटी गयीं पास बुकें
नगर पालिका फर्रुखाबाद के बोर्ड में विरोधी दल के सभासद श्याम सुन्दर उर्फ़ लल्ला के प्रयासों से आज इस योजना की लापरवाही का खुलासा हुआ| सभासद लल्ला आज नेता विरोधी दल सभासद असलम शेर खां तथा मोहल्ले की सैकड़ों महिलाओं के साथ तहसील दिवस पहुंचे| लल्ला ने जिलाधिकारी से शिकायत की कि नगर पालिका के कर्मचारी महामाया आर्थिक गरीब मदद योजना के लाभार्थियों की पास बुकें नहीं दे रहे हैं|
डीएम ने अभी तक पास बुकों का वितरण न कराये जाने पर आश्चर्य व्यक्त किया तथा सभासद से कहा कि नगर पालिका जाकर सभी की पास बुकें दिलवाओ| नगर पालिका के एकौंतेंत अखिलेश तिवारी ने पूर्व की तरह पास बुकें बांटने से साफ़ मना कर दिया| जब उन्हें जिलाधिकारी के फरमान से अवगत कराया गया तब उन्होंने १११ लाभार्थियों को पास बुकें दे दी|
२ गरीब लाभार्थियों की मौत
सभासद लल्ला ने बताया कि उनके बार्ड की १४३ पास बुकें बनी थीं न पहुँचने वाले ३२ लाभार्थियों की पास बुकें बांटने के लिए मै ले आया हूँ| उन्होंने बताया कि मोहल्ले के चंद्रपाल आदि २५ लोगों की इंडियन ओवरसीज बैंक की पास बुक में १२ जनवरी को ही १८०० रूपये जमा हो गए थे| मोहल्ले के ठिलिया चलाकर गुजारा करने वाले श्री किशन कंहार की बीते माह तथा अपाहिज राजकुमार पंडित की आज ही मौत हुयी है जिनकी पास बुकें अब दी गयीं हैं|
वाहवाही लूटना चाहते थे चेयरमैन
सभासद लल्ला ने आरोप लगाया कि चेयरमैन मनोज अग्रवाल स्वयं पास बुकों को बांटकर वाहवाही लूटना चाहते थे इसीलिये उन्होंने पास बुकों का बितरण नहीं होने दिया| मैंने उनसे कई बार पास बुक बंटवाने को कहा था तो वह टालमटोल करते रहे|
पार्टी के कितने हितैषी हैं विधायक
बसपा की टिकट पर चेयरमैन व एमएलसी बनने वाले मनोज अग्रवाल मुख्यमंत्री की योजनाओं पर कितना अमला करते हैं और गरीबों के प्रति उनकी क्या हमदर्दी हैं इसका अब सहज ही अनुमान लगाया जा सकता है| मुख्यमंत्री सहित पार्टी के बड़े नेता से लेकर कार्यकर्ता तक प्रदेश सरकार की योजनाओं का बखान कर लागू करवाने में जीजान से लगे हैं और स्वयं मुख्यमंत्री भी अपनी योजनाओं की असलियत देखने के लिए जिले का दौरा कर दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही कर रही हैं|