फर्रुखाबाद 02 फरवरी, गंगा व रामगंगा से हुई तबाही ने भी कुछ लोगें की किस्मत खोल दी। जहां हजारों किसानों और गरीबों की फसलें और आशियाने बाढ़ का पानी अपने साथा बहा कर लेगया। परंतु इस तबाही के सर्वेक्षण में लगे लेखपालों की जेबे जरूर भर गयीं।
बाढ़ से हुई क्षति के आंकलन के लिये जनपद स्तर पर लेखपालों के माध्यम से सर्वेक्षण कराय गया था। सर्वे के दौरान लेखपालों और तत्कालीन ग्राम प्रधानों ने जमकर खेल किया। प्रधान के चहेतों और लेखपालों की मुटठी गर्म करने वाले अपात्रों के नाम भी लाभार्थियों की श्रेणी में आ गये। बाढ़ राहत की चेकों के वितरण के दौरान जब यह राज खुला तो ब्लॉक बढ्पुर के ग्राम कटरी धर्मपुर के ग्रामीणों ने मंगलवार को तहसील सदर में हंगामा काटा। डीएम के निर्देश पर अपर उप जिलाधिकारी सदर चंद्र प्रकाश उपाध्याय ने गांव में जाकर जांच की तो हकीकत सामने आ गयी। गांव के अनेक गरीब पात्र लाभार्थियों के नाम ही सूची से गायब हैं। श्री उपाध्याय ने तहसीलदार से प्राप्त अभिलेखों के आधार पर जांच शुरू कर दी है। उन्होंने बताया कि जांच पूर्ण होने में एक दो दिन का समय लगेगा। कुछ अपात्रों के छूटे होने की पुष्टि हुई है। रिपोर्ट जिलाधिकारी को भेजी जायेगी।