फर्रुखाबाद:(दीपक शुक्ला) भक्तों की जिंदगी के सभी विघ्न दूर करने के लिए मूसक पर सवार होकर गणपति बप्पा हर साल चतुर्थी के दिन खुशियों की सौगात लेकर आते हैं| उनके स्वागत के लिए भक्तों ने भी पूरी तैयारियां शुरू कर दी हैं| बाजारों में रौनक है और लोगों में खासा उत्साह दिख रहा है| वही मूर्ति की दुकानों पर भी जेब का वजन के हिसाब से गणपति की बिक्री की जा रही है| कारीगरों ने भी छोटे-बडो सभी के लिये मूर्तियाँ तैयारकी है| जिसमे 100 रूपये से लेकर 10,000 हजार कीमत की मूर्ति बिक्री हो रही है|
नगर में गणेश चतुर्थी की धूम देखी जा सकती है| गणपति की मूर्तियां बना रहे कारीगर भी मूर्तियों को फाइनल टच दे चुके हैं तो दूसरी ओर लोग बढ़चढ़ कर गणेश मूर्तियों की खरीदारी में बिजी हैं| गणेश चतुर्थी के मौके पर खासतौर से राजस्थान से आए कारीगर ने बताया कि हम हर साल गणेश चतुर्थी से 4 महीने पहले नगर में आते है और ये जो मूर्तियां हैं 3-4 महीने पहले बननी शुरु हो जाती हैं. इनमें से ज्यादातर मूर्तियां तैयार हैं और कुछ में बस थोड़ा काम बचा है|
राजस्थान से आए कारीगरों की ये 4 महीने की कड़ी मेहनत का ही असर है जो हर स्वरुप, हर रंग, हर डिजाइन, हर साइज के गणपति भक्तों के आकर्षण का केन्द्र बने हुए हैं| गणपति की मूर्ति खरीदने आए एक ग्राहक ने बताया कि हम हर साल यहां मिशन अस्पाताल से मूर्ति खरीदते हैं| यहां हमें अपनी पसंद और जेब के मुताबिक मूर्ति मिल जाती है जो ज्यादा समय तक चलती है|
गणपति पूजा के बाद विसर्जन को लेकर पर्यावरण का भी ध्यान कारीगर और भक्तों दोनों को ही है. मूर्ति खरीदने आए एक और ग्राहक ने बताया की मूर्ति विसर्जन गंगा में नही करेगे ताकि गंगा का पानी दूषित न हो| बाजारों में आधे फुट से लेकर 7 फुट तक के गणपति मिल जाएंगे जिनकी कीमत 100 रुपये से लेकर 10,000 रुपये तक है जिसे आप अपने बजट के हिसाब से खरीद सकते हैं|