फर्रुखाबाद: ‘बहना ने भाई की कलाई पे प्यार बांधा है, प्यार के दो तार से संसार बांधा है’, ‘भइया मेरे राखी के बंधन को निभाना, भैया मेरे छोटी बहन को न भुलाना’ सुमन कल्याणपुरी और लता मंगेशकर द्वारा गाया गया रक्षाबंधन का ये गीत भले ही अधिक पुराना न हो पर भाई की कलाई पर राखी बांधने का सिलसिला सदियों पुराना है, जो आज भी कायम है। आदि काल से चली आ रही परंपरा का निर्वहन करते हुए रक्षाबंधन पर बहनों ने भाईयों की कलाई पर राखी बांध रक्षा का वचन लिया। भाईयों ने बहनों की सुरक्षा का संकल्प लेते हुए उन्हें अपना प्यार व आशीर्वाद दिया|कहीं पर भाई अपनी बहन से राखी बंधवाने उसके घर गया तो कहीं पर बहनें अपने भाई के घर राखी बांधने पहुंची। पर्व को लेकर छोटे बच्चों में सबसे अधिक उत्साह रहा। बच्चे तो सुबह से ही राखी बांधने और बंधवाने के लिए तैयार हो गए। बड़े बुजुर्गों की देखरेख में बहनों ने भाई को टीका लगाकर उनके दीर्घायु की कामना की, फिर राखी बांधकर रक्षा का वचन लिया। रक्षाबंधन को लेकर बाजारों में सुबह से ही रौनक रही। आम तौर पर दुकानें सुबह नौ से 10 बजे तक खुलती हैं, लेकिन सोमबार को त्योहार के मद्देनजर सुबह 7 बजे से ही दुकानें खुल गईं। साथ ही भीड़ भी उमड़ने लगी। चाहे राखी की दुकान हो या फिर मिठाई की, हर जगह भीड़ ही भीड़ नजर आई। बहनों ने भाईयों के कलाई में राखी बांधकर जीवन भर रक्षा करने का वचन लिया। भाईयों ने भी बहनों को रक्षासूत्र बांधने के बाद उपहार दिए। त्यौहार होने के कारण कस्बे में भारी भीड़ देखन को मिली। वही सैनिको को भी विधालयो की छात्राओ व शिक्षिकाओं ने राखी बांधी|
सोशल साइट ने मिटाई दूरियां
रक्षा बंधन पर सोशल साइट्स ने शहर से बाहर या विदेश में रहने वाले भाईयों व बहनों की दूरियों को कम किया। फ़तेहगढ़ के शिवम् मिश्रा को उनकी नैनीताल में रहने वाली बहनों ने राखी कोरियर की थी| उन्होंने रक्षाबंधन पर निर्धारित मुहुर्त में बहनों द्वारा भेजी राखियों को बांधा और उसकी फोटो वाट्सएप के जरिये शेयर की। अपनी बहनों से हजारों किलोमीटर दूर रहने वाले ऐसे हजारों भाईयों ने सोशल साइट्स के जरिये रक्षाबंधन सेलीब्रेट किया|
जमकर शेयर की सेल्फी
फेसबुक और वाट्सएप ने भाई- बहन के प्यार के पर्व को यादगार बनाया। लोगों ने बहनों के साथ जमकर सेल्फी ली और उसे फेसबुक, ट्वीटर व वाट्सएप पर शेयर किया। वहीं दिन भर रक्षाबंधन की बधाई देने का सिलसिला भी जारी रहा|