दिल्ली: रिलायंस जियो अपने ग्राहकों को आने वाले आने वाले 12-18 महीनों तक फ्री ऑफर्स व रिचार्ज विकल्प देती रहेगी। इसका सीधा मतलब है कि जियो को टक्कर देने के लिए एयरटेल, वोडाफोन और बीएसएनएल जैसी कंपनियों को और मशक्कत करनी पड़ेगी। अमेरिकी बैंक मॉर्गन स्टेनली की रिपोर्ट के मुताबिक, जियो की यह योजना विरोधी कंपनियों के एवरेज रिवेन्यू पर यूजर (ARPU) को भी प्रभावित करेगी। बिजनेस अखबार इकॉनमिक टाइम्स में छपी एक रिपोर्ट में कहा गया है कि जियो के वर्तमान ऑफर के कारण भारती एयरटेल, आईडिया सेलुलर और वोडाफोन इंडिया का ARPU 300 रुपए पर बना हुआ है।
मार्केट विशेषज्ञों का कहना है कि रिलायंस जियो इंफोकॉम टेलिकॉम सेक्टर की दूसरी कंपनियों पर दबाव बनाए रखने और देश के 15 फीसदी ग्राहकों पर कब्जा जमाने के लिए ऑफर्स और स्कीम को एक से डेढ़ साल तक जारी रख सकती है। रिपोर्ट में कहा गया है कि फिलहाल कंपनी के पास देश के 6 फीसदी वायरलैस सब्सक्राइबर्स हैं और कंपनी इसे कम से कम 15 फीसदी तक ले जाने की कोशिश करेगी।
रिलायंस जियो का प्रीपेड प्लान 19 रुपए से शुरू होकर 9999 रुपए तक उपलब्ध है। वहीं पोस्टपेड यूजर्स के लिए 309 रुपए से 509 और 999 रुपए के प्लान पेश किए गए हैं। जियो ने अपनी 4जी सर्विस की शुरुआत 5 सितंबर 2016 को की थी। कंपनी ने अपने मुफ्त ऑफर के जरिए 83 दिन के भीतर ही 5 करोड़ ग्राहक जुटा लिए थे, जबकि 170 दिन के भीतर कंपनी का 10 करोड़ ग्राहकों का लक्ष्य पूरा हो गया था।
मार्च महीने में जियो ने 2020-21 तक बाजार के करीब 50 फीसदी रिवेन्यू पर कब्जा जमाने का लक्ष्य निर्धारित किया था। दिसंबर तिमाही के मुताबिक, देश की सबसे बड़ी टेलिकॉम कंपनी भारती एयरटेल का मार्केट शेयर 33.1 फीसदी, वोडाफोन इंडिया का का मार्केट शेयर 23.5 फीसदी और आइडिया सेलुलर का मार्केट शेयर 18.7 फीसदी है। विशेषज्ञों का कहना है कि जियो के साथ जुड़ रहे ग्राहकों की रफ्तार थोड़ी धीमी हुई है। इसलिए कंपनी वर्तमान ऑफर्स को जारी रख सकती है।