लखनऊ|| उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री मायावती ने अपने जन्मदिन पर लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि ऐसा लगता है कि बलात्कार पीड़ित लड़की पर लगे चोरी के आरोप झूठे हैं और विधायक ने लड़की को फंसाने के लिए ऐसा किया है।
मायावती ने कहा कि मामले की जांच हो रही है और दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि मामले की जांच पूरी होने पर उन पुलिसकर्मियों पर भी कठोर कार्रवाई की जाएगी, जिन्होंने बिना मामले की जांच किए ही लड़की को जेल के अंदर बंद कर दिया।
उन्होंने कहा कि वह इस मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट के जरिए जल्दी निपटान के लिए तैयार हैं। उन्होंने लड़की को तथा उसके परिवार वालों का न्याय का भरोसा दिलाया।
उल्लेखनीय है कि बांदा के नरैनी से विधायक पुरुषोतम नरेश द्विवेदी और उनके दो सहयोगियों पर लड़की के साथ बलात्कार का आरोप है। गिरफ्तारी के बाद उन सभी को 14 दिन की न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है। बलात्कार के आरोपी विधायक ने गुरुवार की शाम अतर्रा थाने में आत्मसमर्पण किया था।
आरोपी विधायक को गुरुवार की रात को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट तृप्ता चौधरी के घर पेश किया गया। मजिस्ट्रेट ने विधायक को 14 दिन की न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया।
युवती के साथ सामूहिक बलात्कार के दो अन्य आरोपियों राजेन्द्र शुक्ला और सुरेश को भी गिरफ्तार किया गया था। सामूहिक बलात्कार के दोषी राजेन्द्र शुक्ला और सुरेश को दिन में ही मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट तृप्ता चौधरी की अदालत में पेश किया गया था। अदालत ने दोनों को 14 दिन के न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री मायावती ने लखनऊ में आरोपी विधायक के खिलाफ मामला दर्ज करके उसकी गिरफ्तारी के आदेश दिए थे। विधायक ने गुरुवार को अतर्रा थाने में समर्पण किया जबकि युवती के साथ सामूहिक बलात्कार के दो आरोपी राजेन्द्र शुक्ला और सुरेश को बुधवार को ही गिरफ्तार कर लिया गया था।
युवती ने आरोप लगाया है कि उसके साथ विधायक और उनके कुछ समर्थकों ने बलात्कार किया था और उसने जब इसकी शिकायत पुलिस में की तो उसे चोरी के झूठे मामले में जेल भेज दिया गया था। मुख्यमंत्री ने विधायक पुरुपोत्तम विधायक को बसपा से निलंबित कर दिया था।