बांदा|| सीबीसीआईडी ने खुद को नपुंसक बताने वाले बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) के विधायक पुरुषोत्तम द्विवेदी के खिलाफ प्राथमिक जांच में नाबालिग लड़की से बलात्कार का आरोप सही पाया है। सीबीसीआईडी ने अपनी जांच रिपोर्ट में यह भी कहा कि 17 साल की नाबालिग लड़की को चोरी के जुर्म में जबरन फंसा कर जेल में डाला गया।
उत्तर प्रदेश में सत्ताधारी पार्टी के बांदा विधायक पर पिछले साल दिसंबर में एक नाबालिग लड़की ने बलात्कार का आरोप लगाया था। लेकिन विधायक ने स्थानीय पुलिस को प्रभावित कर लड़की को चोरी के आरोप में जेल भिजवा दिया। पार्टी ने द्विवेदी को 2 जनवरी को निलंबित कर दिया। सरकार ने मामले की सीबीसीआईडी जांच के आदेश भी दिए। लेकिन 4 जनवरी को द्विवेदी ने एक पत्रकार वार्ता में दावा किया कि वे बलात्कार कर ही नहीं सकते, क्योंकि वे नपुंसक हैं।
सीबीसीआईडी ने प्राथमिक जांच पूरी कर ली है। बताया गया है कि जांच रिपोर्ट में बलात्कार के आरोप को सही पाया गया है। जांच एजेंसी ने इस मामले में करीब एक दर्जन व्यक्तियों के बयान लिए। एजेंसी ने स्थानीय पुलिस पर भी अंगुली उठाई है।
पीड़ित लड़की ने सिविल जज रवि शंकर गुप्ता के सामने हाजिर होकर फिर दोहराया कि विधायक ने उसके साथ दो बार बलात्कार किया। इस बयान के बाद अदालत ने एसपी को आदेश दिए कि वे विधायक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करें। पीड़ित ने अदालत में यह आरोप भी लगाया कि स्थानीय पुलिस भी विधायक से मिली हुई है।
मामले की जांच के लिए राष्ट्रीय महिला आयोग की तीन सदस्यीय टीम भी बांदा पहुंची है। टीम की सदस्य सरला आर्य ने कहा कि अभी तक की जांच में लगता है कि पीड़ित के खिलाफ ज्यादती की गई है और स्थानीय प्रशासन भी उसे न्याय दिलवाने में नाकामयाब रहा।