ठंड से गेंहू फसल की बल्ले-बल्ले , आलू व सरसों को खतरा

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फर्रुखाबाद: कड़ाकेदार ठण्ड एवं खराब मौसम से जहां गेंहूं की फसल अच्छी होने की उम्मीद है वहीं आलू और सरसों की फसल प्रभावित होने की आशंका हैं| किसानों को नुकशान से बचने के लिए एतिहात बरतने की सलाह दी गई|
कृषि वैज्ञानिक डॉ महेंद्र प्रसाद ने बताया कि इस समय मौसम किसानों के लिए खुशियों के साथ ही दुखदायी सावित हो सकता है| अधिक ठंड से गेंहूँ की फसल अच्छी होगी, काफी उत्पादन बढ़ेगा| जबकि गर्मी पडने पर गेंहूँ की फसल प्रभावित हो जाती है| सर्दी ठंड से चौड़ी पत्ती वाली सभी प्रकार की फसलें प्रभावित होती हैं जैसे आलू की फसल, दलहन में चना, मसूर की फसल, तिलहन में सरसों की फसल|
डॉ प्रसाद ने बताया कि पाले के असर से आलू की हरी पत्ती चौपट होने लगती हैं| किसान हल्की सिंचाई करके पाले के असर से बच सकते हैं| पाले से पूर्ण रूप से फसल प्रभावित हो जाने पर आलू का १५ से २० प्रतिशत उत्पादन कम हो सकता है| सरसों की फसल में यदि माऊं दिखाई पड़े तो उसमे इंडोसल्फान अथवा मोनोकोटोफास का छिडकाव किया जाना चाहिए| जानवरों को भी सर्दी से बचाना चाहिए खासकर दूध देने वाले पशुओं व उनके बच्चों को| ठंड के असर से दुधारू जानवरों का करीब आधा लीटर तक दूध कम हो जाता है|