फर्रुखाबाद:(कायमगंज/कमालगंज) कमालगंज सीएससी पर एसडीएम सदर सुरेन्द्र कुमार और कायमगंज सीएससी में एसडीएम अजीत सिंह ने निरीक्षण किया| जिसमे कही डाक्टर गायब मिले तो कही दबा| अधिकारियो ने उन्हें चेताबनी दी| उन्होंने कहा कि जाँच रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौपी जायेगी|
कायमगंज में निरीक्षण के दौरान एसडीएम अजीत सिंह को सीएससी की व्यवस्था बदहाल मिली| हड्डी रोग अनुभाग में घुसते ही एक व्यक्ति के टूटे हाथ पर प्लास्टर हो रहा था। इस कक्ष में कोई चिकित्सक मौजूद नहीं था। चतुर्थ श्रेणी कर्मी सुभाष चन्द्र प्लास्टर चढ़ा रहे थे। दूसरे कक्ष में चतुर्थ श्रेणी ही दवा वितरण करता मिला जिस पर एसडीएम ने कड़ी नाराजगी व्यक्त की। यहां से वे महिला वार्ड में पहुंचे। मुख्य स्टाफनर्स इन्दू मिश्रा से ड्यूटी के बारे में जानकारी लेने पर बताया गया कि वार्ड आया सोनी अक्सर गायब रहती हैं। जबकि वार्ड आया सुमनलता भी नहीं आयी हैं। इसको चिकित्सक राजीव शाक्य ने भी माना। इस वार्ड में भर्ती प्रसूता दयावती निवासी गांव द्विरइया से एसडीएम ने पूछा कि आपसे किसी ने कोई सुविधाशुुल्क तो नहीं वसूला है। इस पर प्रसूता हिचकिचा गई। प्रसूता ने कहा कि उसका नवजात शिशु बुखार से पीड़ित है। किन्तु 24 घंटे बाद भी कोई इसे देखने तक नहीं आया। इस पर एसडीएम ने कड़ी नाराजगी व्यक्त की। उपजिलाधिकारी ने होम्योपैथिक कक्ष में जाकर दवा वितरण का हाल जानने की कोशिश की ।तो यहां भी उन्हें चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी ही मरीजों को देखता व मुताबिक मर्ज अपने हिसाब से दवा वितरित करते हुए मिला। चुतर्थ श्रेणी कर्मी ने बताया कि दो फार्मासिस्ट अनिल सक्सेना और विनोद कटियार यहां नियुक्त हैं। किन्तु यह दोनों ड्यूटी पर मौजूद नहीं मिले। उपजिलाधिकारी को अस्पताल परिसर तथा कई कक्षों में गन्दगी का अम्बार दिखाई दिया। सीएचसी अधीक्षक ने कहा कि 15सफाईकर्मियों की जगह केवल तीन कर्मी ही नियुक्त हैं। इस पर एसडीएम ने नगरपालिका से सफाईकर्मियों की टीम बुलाकर अस्पताल को साफ-सुथरा करने का निर्देश दिये|
कमालगंज में निरीक्षण करने गये एसडीएम सदर सुरेन्द्र कुमार ने सबसे पहले उपस्थित रजिस्टर चेक किया| जिसमे उन्हें चिकित्सक ममता अरुण के साथ ही साथ सबिदा कर्मी अरुण कुमार, आशुतोष, प्रदीप कुमार, कृष्ण कुमार, धमेन्द्र गायब मिले| कुछ देर के बाद डॉ० ममता अरुण आ गयी | उन्होंने एसडीएम से कहा कि वह मरीजो को देखने गयी थी| एसडीएम इ कहा कि उन्हें पूरे अस्पताल में नजर नही आयी| उन्हें मरीजो के लिये बनाये गये शौचालय में ताले पड़े नजर आये| गंदगी का सम्राज्य भी देखने को मिला| डॉ० मानसिंह वर्मा आदि मौजूद रहे|