नए साल का पहला सूर्यग्रहण शुरु

Uncategorized

साल का पहला आंशिक सूर्यग्रहण शुरु हो गया है। यह दोपहर 12 बजकर 10 मिनट 11 सैकंड से दिखाई देना शुरू हुआ, जो शाम चार बजकर 30 मिनट 54 सैकंड तक नजर आएगा।

भारतीय एस्ट्रो-फिजिक्स के सेवानिवृत्त प्रो. आरसी कपूर के मुताबिक सूर्यग्रहण की यह अवस्था सूर्य और पृथ्वी के बीच चंद्रमा के आंशिक रूप से आने पर उत्पन्न हुई है। आंशिक सूर्यग्रहण देश में कच्छ, राजस्थान, हरियाणा, यूपी, दिल्ली, पंजाब, उत्तराखंड, हिमाचलप्रदेश और जम्मू-कश्मीर में दिखाई दे रहा है। इस दौरान चंद्रमा, सूर्य के 20 फीसदी तक हिस्से को ढंक लेगा। दिल्ली में इस ग्रहण को दोपहर तीन बजकर 11 मिनट 49 सेकंड से तीन बजकर 52 मिनट दो सेकंड तक देखा जा सकेगा। इस दौरान चंद्रमा, सूर्य के 2.7 फीसदी हिस्से को ही ढंक सकेगा।

मंगलवार को सूर्य का सबसे ज्यादा ढंका हुआ हिस्सा स्वीडन की राजधानी स्टाकहोम से दिखाई देगा। ग्रहण की यहां दिखाई देने वाली अवस्था में चंद्रमा, सूर्य की 85 फीसदी परिधि को ढंक लेगा।

अम्‍बाला कैंट के ज्योतिषी पंडित देवमित्र पांडेय बताते हैं कि ग्रहण भारत में पौष मास की अमावस्या तिथि मंगलवार को पूर्वा षाढ़ा नक्षत्र और धनु राशि में भौमवती अमावस्या को घटित हो रहा है।

नववर्ष का पहला सूर्यग्रहण कई दृष्टि से महत्वपूर्ण है। सूर्यग्रहण के समय ग्रह नक्षत्रों का विचित्र संयोग बन रहा है। मंगलवार के दिन ग्रहण लगने से भौमवती अमावस्या का योग। देवगुरु बृहस्पति की राशि में और दैत्यगुरु शुक्राचार्य के नक्षत्र में लगने से ध्रुव योग बन रहा है।

ज्योतिषी पांडेय के अनुसार राजनीतिक संकट पैदा होंगे और ग्रहण साफ सुथरे राजनेताओं को भी अपनी चपेट में ले सकता है। ग्रहण के कारण देश में महंगाई बढ़ने के आसार बन रहे हैं।

ग्रहण का असर कब से कब तक

राजस्थान ज्योतिष परिषद के महासचिव डॉ. विनोद शास्त्री तथा पं. बंशीधर जयपुर पंचांग के ज्योतिषाचार्य दामोदर प्रसाद शर्मा ने बताया कि जयपुर में खंडग्रास ग्रहण मंगलवार को दोपहर 3:20 बजे से दोपहर 3:41 बजे तक रहेगा। ग्रहण का सूतक सोमवार आधी रात बाद 2: 35 बजे शुरू हो गया, जो मंगलवार को दोपहर 3:41 बजे तक रहेगा।

अम्बाला के आसपास 2.59 बजे से 4.11 बजे तक ग्रहण का प्रभाव रहेगा। कुरुक्षेत्र में दोपहर बाद 2.02 बजे से 4.02 बजे तक ग्रहण दिखाई देगा। दिल्ली में दोपहर बाद 3.12 से 3.52 बजे तक सूर्यग्रहण रहेगा। हरिद्वार में 3.08 बजे से 3.58 बजे तक ग्रहण दिखाई देगा।

ग्रहण के समय क्या करें

सूतक का समय 4 जनवरी की रात्रि 2 बजे से प्रारम्भ होगा। सूतक के समय बाल, वृद्ध, रोगी व गर्भवती महिलाएं भोजन ले सकती हैं। गर्भवती महिलाओं को सब्जी इत्यादि काटना, सिलाई, कटाई व कढ़ाई आदि कार्य नहीं करना चाहिए। ग्रहण काल में ईष्टदेव मंत्र, गुरुमंत्र का जाप किया जाना चाहिए।