नई दिल्ली:वर्ल्ड कप में टीम इ्ंडिया का सफर खत्म होते ही एक बड़े सीजन का भी अंत हो गया है। सीजन के खत्म होने के साथ ही कोच को लेकर बड़ा सवाल सभी के सामने है। टीम निदेशक रवि शास्त्री का भी करार खत्म हो चुका है और इसी के साथ ही बीसीसीसीआई ने टीम डायरेक्टर के पद को भी खत्म करने का मन बना लिया है।
दरअसल निदेशक एक ऐसा पद है जो भारतीय टीम में पहली बार रखा गया था और शास्त्री ने एक्सटेंशन लेते हुए इस पद पर पूरे 19 महीने राज किया। 2014 में इंग्लैंड दौरे पर रवि शास्त्री को टीम डायरेक्टर बनाया गया तो तीन सहायक कोच संजय बांगर, भगत अरूण और आर श्रीधर को भी जिम्मेदारी सौंप गई। पिछले साल सिंतबर में ऐसा लग रहा था कि टीम को एक मुख्य कोच मिलेगा लेकिन सचिन तेंदुलकर, वीवीएस लक्ष्मण और सौरव गांगुली की नई बनी क्रिकेट एडवाइजरी कमेटी ने पुरानी टीम का कार्यकाल टी20 वर्ल्ड कप तक बढ़ा दिया था।
टीम निदेशक रवि शास्त्री का भी करार खत्म हो चुका है और इसी के साथ ही बीसीसीसीआई ने टीम डायरेक्टर के पद को भी खत्म करने का मन बना लिया है।
वहीं बीसीसीआई सचिव अनुराग ठाकुर का कहना है कि हम फुल टाइम कोच के बारे में सोच रहे हैं और इसका फैसला क्रिकेट सलाहकार समिति करेगी। टीम में सिर्फ मुख्य कोच का पद ही होगा और अगर शास्त्री के साथ भी करार आगे बढ़ता है तो वो टीम डायरेक्टर नहीं रहेंगे। अनुराग ठाकुर ने ये भी साफ कर दिया है कि आईपीएल से पहले क्रिकेट सलाहकर समिति मुख्य कोच पद के लिए नामों पर चर्चा करेगी। बता दें कि रवि शास्त्री और 3 सहायक कोचों के कार्यकाल में भारत ने वनडे और टी20 के वर्ल्ड कप में सेमीफाइनल तक का सफल तय किया। टेस्ट में भी टीम इंडिया 8 सप्ताह के लिए नंबर-1 रही और टी20 में 3-0 की जीत के साथ ऑस्ट्रेलिया में पहली बार कोई द्विपक्षीय सीरीज जीती। हालांकि इस दौरान बांग्लादेश, ऑस्ट्रेलिया और घर में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ कुछ सीरीज भी गंवाई।
अगर मुख्य कोच के बाकी दावेदारों की बात करें तो सौरव गांगुली इस पद के लिए खुद ही इंकार कर चुके हैं लेकिन कई विदेशी चेहरे लगातार इस जिम्मेदारी के लिए अपना नाम उछालते रहे हैं। इस कड़ी में नया नाम ऑस्ट्रेलिया के शेन वार्न का है। शेन वार्न ने कहा कि मुझे टीम इंडिया के साथ काम करने में अच्छा लगेगा। भारतीय टीम काफी प्रतिभावान है लेकिन इस पर काफी उम्मीदों का दबाव भी है। मैं हर चुनौती के लिए तैयार हूं।