माफिया के प्रभाव में कोचिंग सेंटरों पर छापे की खानापूरी

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फर्रुखाबाद: कोचिंग के नाम पर लाखों रुपये पैदा करने वाले शिक्षक माफियाओं के आगे जिला विद्यालय निरीक्षक जैसे अधिकारी बौने साबित हो रहे हैं| जिलाधिकारी के निर्देश पर जिला विद्यालय निरीक्षक ओमप्रकाश शर्मा की टीम ने आज ६ कोचिंग सेंटरों पर छापा मारकर औपचारिकता निभाई| छापे की सूचना आउट कर दिए जाने के कारण अधिकांस कोंचिंग संचालक पहले ही सतर्क हो गये|

सहायक जिला विद्यालय निरीक्षक देवेन्द्र कुमार सचान ने वित्त एवं लेखाधिकारी जैनबाबू कुशवाह व डिस्पैचर मुकेश कुमार के सहयोग से छापा मारा| आवास विकास स्थित निम्स अकादमी के संचालक जितेन्द्र कुमार के यहाँ पंजीक्रत २० के बजाय २५ छात्र मिले, भीमसेन मार्केट एम्स क्लासेज २० पंजीक्रत छात्रों से कम ही १८ छात्र मिले| एक के बजाय दो बैच लगाने की भी जानकारी मिली|

पुराने जिला अस्पताल के निकट स्कूल डाट काम में ताला लगा था| वहीं लक्ष्य अकादमी में ४० छात्र मिले जबकि पंजीकरण ७३ का था| जिला जेल चौराहा श्रेष्ट कम्पटीशन सेंटर पर संजीव कुमार शाक्य, जीजी आईसी, रखा कालेज, राजकीय जनता कालेज के २२ छात्रों को बिना रजिस्ट्रेशन के पढ़ा रहे थे| पूंछे जाने पर उन्होंने जीजी आईसी का मानदेय शिक्षक बताया| श्री सचान ने बताया कि जब इस सम्बन्ध में प्रधानाचार्य मीना यादव से बात की गई तो उन्होंने बताया कि संजीव ने माह अगस्त तक अध्यापन कार्य किया है|

श्री सचान ने बताया कि पंजीयन से अधिक संख्या में छात्रों को पढ़ाने वाले संचालकों को छात्रो की पंजीयन संख्या बढाए जाने की हिदायत दी गयी| छात्रों को चेतावनी दी गयी कि वह कोचिंग करने के बजाय कालेज की पढाई पर ध्यान दें|

श्री सचान ने बताया कि जिला विद्यालय निरीक्षक ने छापा कार्यवाही के लिए अपने स्टेनो अजय गुप्ता को नहीं भेजा जिनके पास अवैध कोचिंग सेंटरों की सूची है