फर्रुखाबाद: नई बोतल में पुरानी शराब का जुमला तो खूब सुना होगा| मगर हम आपको खुला खेल फर्रुखाबादी की तर्ज पर नयी कहावत गढ़ने की जुर्रत करने वालो का करिश्मा दिखाते है| नगरपालिका की कुर्सी पर गद्दीनशीन हुए बसपा नेता माननीय मनोज अगरवाल को अपनी पार्टी का पत्थर वाला शौक लग गया है| उनकी पार्टी की मुखिया ने पिछले पञ्च साल में पूरे प्रदेश में पत्थरों के बुत खड़े करके रिकॉर्ड बना दिया तो पार्टी के सिपाही पीछे कैसे रहते| फर्रुखाबाद के 6 माह पूर्व पालिका अध्यक्ष की कुर्सी से कार्यकाल पूरा कर उतरे मनोज अग्रवाल ने घंटाघर चौक पर सुन्दरीकरण के नाम पर अपने नाम वाला पत्थर जड़वा दिया| ये तमाशा भी खूब है कि कार्यकाल पूरा करने के 6 माह बाद भी सरकारी पैसे से उनके नाम के नीचे लिखा गया है “नगर पालिका अध्यक्ष”| ये इस बात की गवाही है कि मनोज के सरकारी चमचो की जमात अभी भी नगरपालिका में तैनात है|
सालों पहले बने चौक के घंटाघर का बसपा विधायक मनोज अग्रवाल पिछले दिन दोबारा लोकार्पण कर दिया| श्री अग्रवाल का कार्यकाल 16 दिसंबर 2011 को ख़त्म हो गया है| हैरत की बात यह है की लोकार्पण के पत्थर पर इसी माह आये अधिशासी अधिकारी आर डी बाजपेई का नाम लिखा है| श्री अग्रवाल ने 1.80 लाख की लागत से घंटाघर की रंगाई पुताई कराई है| शासन ने तो निकाय चुनावों का कार्यकाल सितम्बर 2011 में ही ख़त्म घोषित कर दिया था| पर श्री अग्रवाल पहले शपथ ग्रहण की तारीख 18 नवम्बर और फिर पहली बैठक की तारीख 16 दिसंबर बता कर अध्यक्ष पद पर काबिज रहे| बसपा शासन होने का भी लाभ मिला| लेकिन 16 दिसंबर 2011 को अधिशासी अधिकारी ने बतौर प्रशासक अध्यक्ष का चार्ज ले लिया|
इसी महीने चौक के एतिहासिक घंटाघर की रंगाई पुताई शुरू हुई| काम पूरा हो जाने पर पालिका अध्यक्ष रहे बसपा विधायक मनोज अग्रवाल ने सालों पहले बने घंटाघर का फिर से लोकार्पण कर दिया| इसका पत्थर लगाया गया जिस पर श्री अग्रवाल को अध्यक्ष लिखा गया है| इस पर अधिशासी अधिकारी बाजपेई का नाम लिखा गया है जिन्होंने इसी माह चार्ज लिया है| सहायक अभियंता अमित शर्मा और अवर अभियंता आर के बाजपेई के भी नाम लिखे हैं| सपा जिलाध्यक्ष राज कुमार सिंह राठौर ने घंटाघर का दुबारा लोकार्पण किये जाने का विरोध किया है| श्री राठौर ने कहा कि इससे नयी पीढ़ी को गलत जानकारी जाएगी| जिलाध्यक्ष ने कहा कि 2012 में मनोज अग्रवाल अध्यक्ष नहीं रहे फिर उनका नाम क्यों लिख गया| सपा ने इसकी शिकायत मुख्यमंत्री से करने की जानकारी दी है| अधिशासी अधिकारी आर डी बाजपेई ने बताया कि यह मामला उनकी जानकारी में आया है| उन्होंने पिछले महीने चार्ज लिया था| उसके बाद वह ट्रेनिंग पर चले गए थे| ई ओ ने बताया कि पद से हटने के बाद लोकार्पण नहीं कर सकते| इस बारे में जे ई से जवाब तलब किया जायेगा|