लखनऊ: मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज अपने सरकारी आवास पर शिक्षामित्रों के एक प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात कर उनको पूरी मदद का आश्वासन दिया। सीएम ने कहा कि फिलहाल सभी शिक्षामित्र सहायक अध्यापक के पद पर बने रहेंगे।
शिक्षामित्रों ने इस प्रतिनिधिमंडल ने सीएम से करीब 10:30 बजे मुलाकात कर अपनी सभी परेशानियों से अवगत कराया। शिक्षामित्रों के साथ मुख्यमंत्री ने इस मुलाकात के बाद कहा कि सरकार शिक्षामित्रों के साथ है। हम फिलहाल इलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसले का अध्ययन करा रहे हैं। अभी शिक्षामित्रों को सहायक अध्यापक पद के बरकरार रखा जाएगा। सीएम ने कहा कि शिक्षामित्रों को वेतन के साथ सभी सुविधाएं मिलती रहेंगी। सीएम ने कहा कि शिक्षामित्र कोई गलत कदम नहीं उठाएं। उन्होंने कहा कि सरकार हाईकोर्ट के फैसले का सम्मान करती है। उन्होंने कहा कि सरकार सभी विकल्पों पर विचार करेगी। सीएम अखिलेश ने साथ ही कहा कि टीचर भी प्रदेश के स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता पर ध्यान दें। शिक्षामित्रों ने इलाहबाद हाईकोर्ट के फैसले को लेकर भेंट की थी।
सीएम से मुलाकात के बाद शिक्षामित्र संघ के प्रदेश अध्यक्ष जितेन्द्र शाही का ने कहा कि शिक्षामित्र अब आंदोलन नही करेंगे। उन्होंने कहा कि सीएम ने आश्वासन किया है कि शिक्षामित्रों को सरकारी सुविधाएं मिलती रहेंगी। शाही ने कहा कि सभी शिक्षामित्र कल से स्कूलों मे करेंगे कार्य। सरकार पर हमको पूरा भरोसा है। कल देर शाम दारुलशफा में उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में आज सीएम से मिलने का कार्यक्रम निर्धारित किया गया था। इसके साथ ही सर्वसम्मिति से निर्णय किया गया कि शिक्षामित्र 28 सितंबर को नई दिल्ली में जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करेंगे। इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश की कापी मिलने के बाद कल शिक्षामित्रों ने गहन अध्ययन किया। उनको पता चला कि राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) की दोहरी नीति के कारण ही उन्हें बेवजह नुकसान उठाना पड़ा है।
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