फर्रुखाबाद: जिले की राजनीति व प्रशासन की नजर इस समय उस पटिया पर टिकी है जिस को बीते दिनों कुछ लोगो ने तोड़ दिया| लोहाई रोड स्थित होटल की पटिया तोड़ने के मामले में पुलिस ने बीते दिन ही प्रांशु दत्त द्विवेदी व मोहन अग्रवाल, संजीव मिश्रा बाबी सहित दोनों पक्षों के 36 लोगो पर पुलिस ने शन्ति भंग की आशंका की कार्यवाही भी कर दी थी| खबर यह है कि भाजपा नेता प्रांशु दत्त द्विवेदी व फर्रुखाबाद विकास मंच के मोहन अग्रवाल की गतिबिधियो पर पुलिस अपनी नजर लगाये हुये है|
चर्चा है की भाजयुमो के राष्ट्रिय मंत्री प्रांशु दत्त द्विवेदी को पुलिस नजर बंद किये है| प्रांशु का कहना है की उन्हें यदि पुलिस नजर बंद कर रही है| तो वह तैयार है| लेकिन पुरे मामले में मूल मुद्दा तो पुलिस भूल ही गयी है| अभी तक इस बात की जानकारी नही की गयी की आखिर पटिया किसके इशारे पर तोड़ी गयी| और उसमे कौन कौन शामिल है| पुलिस होटल मालिक पर 25 आर्म्स एक्ट के तहत कार्यवाही क्यों कर रही है और किसके इशारे पर कर रही है| उन्होंने कहा पुलिस प्रशासन कितना भी प्रयास कर ले| लेकिन यदि उस मामले पर बोलना पड़ा तो वह जरूर बोलेगे|
वही सूत्रों से मिली जानकारी के मुताविक फर्रुखाबाद विकास मंच के अध्यक्ष मोहन अग्रवाल की गति विधियों पर अपनी नजरे जमाये हुये है| मोहन अग्रवाल ने जेएनआई को बताया कि किसी पीड़ित की मदद करना कोई गुनाह नही है| पुलिस अपना काम ठीक से तो क्र नही रही वल्कि जो गलत काम को रोकने की आबाज उठा रहे है उन पर कार्यवाही पर कार्यवाही कर रही है| उन्होंने कहा कि जनता सच जानती है| सच की हमेशा जीत होती है| पुलिस द्वारा की गयी शन्ति भंग की कार्यवही का भी वह सम्मान करते है| लेकिन पुलिस यदि यह चाहे की उनकी गति विधियों पर नजर रखके न्याय की आवाज को दबा देगी यह गलत है| वह पीड़ित की मदद के लिये हमेशा तैयार है|
शहर कोतवाल राजेश्वर सिंह ने बताया की किसी को भी नजर बंद नही किया गया है| ना ही इस तरह का कोई आदेश मिला है|