लखनऊ: उत्तर प्रदेश की खराब कानून-व्यवस्था के मामले में अब प्रदेश के मुख्यमंत्री तथा समाजवादी पार्टी उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष अखिलेश यादव काफी गंभीर हैं। लखनऊ में आज पार्टी कार्यालय पर राष्ट्रीय महासचिव प्रोफेसर राम गोपाल यादव का जन्मदिन मनाने एकत्र कार्यकर्ता तथा नेताओं से उन्होंने दो-टूक कह ही दिया कि जमीन पर कब्जा करने में लगे नेता तथा कार्यकर्ता अब पार्टी के कार्य में लग जायें। उनके तीखे तेवर देखकर वहां पर मौजूद सभी लोग सन्न रह गये।
उत्तर प्रदेश की जनता ही नहीं अब तो मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी पार्टी के नेता तथा कार्यकर्ताओं से परेशान हैं। उन्होंने कार्यकर्ता तथा नेताओं को काफी सख्त चेतावनी दी। अखिलेश यादव ने कहा कि कार्यकर्ता तथा नेता जमीन कब्जा तथा थाना की राजनीति करने में अधिक व्यस्त हैं। यह न तो पार्टी के हित में है और न ही नेताओं के हित में हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी के कार्यकर्ता तथा नेता तहसील व थाना की राजनीति से अब बाहर आएं। अगर यह लोग थाना की राजनीति छोड़ दें तो यह पार्टी के हित तथा उनके लिए भी ज्यादा बेहतर होगा। उन्होंने कहा कि अब पार्टी के कार्यकर्ता तथा नेता पार्टी की अपेक्षा जमीन के काम में ज्यादा ध्यान दे रहे हैं। हमको लगभग रोज जमीन पर कब्जा करने के मामलों की काफी शिकायतें मिल रही हैं।
उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी पर अन्य की तुलना में ज्यादा जिम्मेदारी है। इस जिम्मेदारी को हम कार्यकर्ताओं की मदद से ही पूरा कर सकते हैं। अब कार्यकर्ता थाने की राजनीति छोड़ दें। अब सपाईयो को ज्यादा पढऩे-लिखने की जरूरत है। जिससे कि हम गांव से लेकर शहर के कोने तक समाजवादी सिद्धांत जनता तक पहुंचा सकें। अब हर कार्यकर्ता तथा नेता का पहला काम प्रदेश सरकार के काम को जनता तक पहुंचाने का है। हमको सत्ता में शीर्ष पर रहने के लिए ज्यादा मेहनत करने की जरूरत है।
इसके बाद मुख्यमंत्री के निशाने पर केंद्र सरकार की योजनाएं रही। उन्होंने कहा कि प्रदेश के लोगों को केंद्र की सभी योजनाओं का लाभ मरने के बाद मिलेगा। हम तो ऐसी योजनाएं लाएं हैं जिसका लाभ लोगों को जिंदा रहते मिल जाएगा। हमारी समाजवादी पेंशन योजना के साथ ही अन्य सभी योजना का लाभ लोगों को मिलने लगा है।