फर्रुखाबाद: लोहिया अस्पताल के वरिष्ट चिकित्सक डॉ० राजेश तिवारी के साथ मारपीट व बंदूक तान देने की घटना के बाद हुई हडताल में पंहुचे मुख्य चिकित्साधिकारी व कोतवाल के सामने ही लोहिया अस्पताल के कर्मचारियों ने कई तीमारदारो के साथ जमकर मारपीट कर दी| बाद में विकराल स्थिति देखते हुये भारी संख्या में पुलिस बल मौके पर बुला लिया गया|
चिकित्सक के साथ मारपीट और बाद में हुई हड़ताल की सूचना पर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ राकेश कुमार व कोतवाल लोहिया अस्पताल की ओपीडी में पंहुचे| सभी चिकित्सक के साथ वार्ता कर रहे थे| इससे पूर्व डॉ० राजेश तिवारी ने कोतवाल व सीएमएस के सामने मारपीट करने के आरोपी एके के खिलाफ तहरीर दे दी| सीएमएस डॉ रतन कुमार ने चिकित्सको से कहा क़ानूनी कार्यवाही हो रही है आप लोग ओपीडी शुरू चालू कर दे| लेकिन चिकित्सको का कहना था की जब तक आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज नही होता तब तक वह लोग काम पर नही लौटेगे|
इस बात पर आवास विकास कालोनी निवासी धीरेन्द्र सिंह फौजी व राजेपुर निवासी बाबू सिंह सोमबंशी ने कहा की लोहिया अस्पताल जनता के पैसे से बना है| जनता बीमार है| इस तरह से अपने मन से चिकित्सक ओपीडी बंद नही कर सकते| दोनों ने बाजी शुरू कर दी| जिस पर कर्मचारियों ने बाबू सिंह सोमबंशी के साथ मारपीट कर दी और उसे लोहिया अस्पताल की ओपीडी से धक्के मार कर बाहर कर दिया|
कुछ समय के बाद सीएमओ भी मौके पर पंहुच गये| ओपीडी में बने सीएमएस के कार्यालय में बैठकर उन्होंने कहा की धीरेन्द्र फौजी कौन है उसे बुलाओ|
पुलिस कर्मी धीरेन्द्र को लेकर सीएमओ के सामने पंहुचे| सीएमओ के सामने चिकित्सको ने आरोप लगाया की धीरेन्द्र प्रतिदिन महिला मरीजो को ही लेकर आते है और विकलांगो के नाम पर दलाली करते है| धीरेन्द्र फौजी ने कहा की वह कह रहे थे की उनके एक परिचित को कुत्ते ने काट लिया है| इस तरह से मरीजो को ना देखना किसी भी प्रकार से उचित नही है| तभी अचानक डॉ० राजेश तिवारी भी कमरे में आ गये| उन्होंने कहा की चाहे मुझे कोई गोली मार दे और आप का मरीज मै क्यों देखू|
तभी अचानक डॉ० तिवारी आक्रोशित हो गये| उनके आक्रोशित होने पर लोहिया अस्पताल के कर्मचारियों ने धीरेन्द्र सिंह फौजी को जमकर पीट दिया| पुलिस मूक दर्शक बनी रही| बाद ने आवास विकास चौकी प्रभारी डीसी कुमार ने जैसे तैसे धीरेन्द्र को लोहिया अस्पताल से बाहर किया| कुछ देर के बाद ओमप्रकाश वाथम निवासी पंचालघाट अनजाने में लोहिया अस्पताल के अन्दर अपने ढाई महीने के पुत्र को लेकर अन्दर चला गया| तो कर्मचारियों ने उनकी भी पिटाई कर दी| अस्पताल के अंदर कई घटे तक तनातुनी का माहौल बना रहा| पुलिस अधीक्षक कोतवाल से बार-बार फोन पर घटना की जानकारी लेते रहे|