नई दिल्ली:आपातकाल के 40 साल पूरा होने के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कहा कि एक जीवंत लोकतंत्र प्रगति की कुंजी है और लोकतांत्रिक आदशरें और लोकाचार को मजबूत बनाने के लिए सब कुछ किया जाना चाहिए। मोदी ने ट्वीट किया कि भारत के सबसे अंधकारमय समय-आपातकाल के 40 साल पूरा हो रहे हैं जब राजनीतिक नेतृत्व ने लोकतंत्र को कुचल दिया था।
उन्होंने कहा कि एक जीवंत लोकतंत्र प्रगति की कुंजी है। आगे अपने लोकतांत्रिक आदशरें और लोकाचार को मजबूत बनाने के लिए जो भी संभव है, हम वो करें। प्रधानमंत्री ने स्मरण किया कि 1975 में आज के ही दिन तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा घोषित आपातकाल का लाखों लोगों ने विरोध किया था।25 जून 1975 को भारतीय लोकतंत्र ने काला दिन देखा। पीएम नरेंद्र मोदी ने इसे देश के लिए सबसे काला दौर बताया।
उन्होंने कहा कि हमें उन लाखों लोगों पर गर्व है जिन्होंने आपातकाल का विरोध किया और उनके प्रयासों ने यह सुनिश्चित किया कि हमारा लोकतांत्रिक तानाबाना सुरक्षित रहे। मोदी ने लोकनायक जयप्रकाश नारायण का उल्लेख करते हुए कहा कि जेपी के आह्वान से प्रेरित पूरे भारत में बहुत सारे पुरूषों और महिलाओं ने हमारे लोकतंत्र की सुरक्षा के आंदोलन में निस्वार्थ भाव से भाग लिया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि व्यक्तिगत तौर पर, आपातकल कई स्मृतियों को वापस लाता है। नौजवान के रूप में हमने आपातकाल विरोधी आंदोलन के दौरान बहुत कुछ सीखा। उन्होंने कहा कि आपातकाल लोकतंत्र की बहाली के एक लक्ष्य के लिए लड़ रहे नेताओं और संगठनों के व्यापक आयाम के साथ जुड़कर काम करने का बड़ा अवसर था। देश में व्यापक जनांदोलन क बीच दो साल के बाद आपातकाल हटा लिया गया था।
मोदी ने ट्वीट कर कहा कि राजनीतिक नेतृत्व ने देश पर आपातकाल थोपा। हम उन लाखों लोगों के शुक्रगुजार हैं जिन्होंने इसका विरोध कर लोकतंत्र की जिंदा रखा।