लखनऊ:भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने किसी भी उलेमा के बारे में अपशब्द कहने की खबर का खंडन किया है। उन्होंने कहा कि उन्होंने कभी भी किसी उलेमा को कोई भी अपशब्द नहीं बोला है, रही बात कैबिनेट मंत्री आजम खां की तो वो जैसा बोलेंगे अब उनका वैसा ही जवाब मिलेगा। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश में पत्रकारों पर लगातार हमलों पर प्रदेश सरकार को आड़े हाथ लिया है।
वाराणसी में कार्यकर्ताओं की बैठक से पहले भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने कहा कि उन्होंने कभी भी किसी समुदाय के धर्मगुरु का अनादर नहीं किया है न ही ऐसा भाजपा का उद्देश्य है। उन्होंने कैबिनेट मंत्री आजम खां के लगातार अनाप-शनाप बयान देने की बात के बारे में कहा कि अब आजम खां कि तो वह जैसा बोलेंगे वैसा जवाब उन्हें भाजपा की ओर से दिया जाएगा। उलेमाओं से मेरा अनुरोध है कि वह आजम को समझाएं कि वह औरों का भी सम्मान करना सीखें। मेरा शिवपाल यादव से एक सवाल है कि यदि पत्रकार के मौत की जांच की जा रही है तो पहले ही कैसे चार सिपाहियों व एक दरोगा के खिलाफ कार्रवाई कर दी गई और मंत्री को छोड दिया गया है। मंत्री का सपा बचाकर गुनाह कर रही है।
उन्होंने कार्यकर्ता सम्मेलन से पहले कहा कि पत्रकारों पर हमले कराना समाजवादी पार्टी का पुराना काम है। सरकार के फिर से सत्ता में वापसी न करने की हताशा में सपा का पत्रकारों पर हमले करने वाला सोया जिन्न एक बार फिर से जाग गया है। डॉ. वाजपेयी ने कहा कि समाजवादी पार्टी लोकतंत्र का चौथा स्तंभ मानने वाले मीडिया पर लंबे समय से दबाव बनाता रहा है। पार्टी अब प्रदेश में कानून-व्यवस्था हाथ से बाहर जाने से काफी हताश है। इसी कारण इसके मंत्री के साथ विधायक तथा कार्यकर्ता पत्रकारों पर हमला बोल रहे हैं। अखिलेश के राज में मंत्री पत्रकारों की हत्या तक करा रहे हैं, लेकिन सरकार मंत्रियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रही है।
सोनिया गांधी तथा राहुल गांधी पर भी हमला
भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ आज वाराणसी में बैठक से पहले वाजपेयी ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी तथा राहुल गांधी पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि राहुल समय-समय पर अनाप-शनाप बयान देकर चंद्रमा पर थूक रहे है। उनको पता होना चाहिए कि चंद्रमा पर थूकने से किसी को लाभ नहीं होता, थूक उलटा उसी के मुंह पर गिरता है। उन्होंने सोनिया गांधी को भी लपेटते हुए कहा कि पार्टी में इतना विरोध है कि अब मां-बेटे स्कूटर पर बैठकर संसद जाने के लिए बचे हैं।