शाहजंहापुर: उत्तर प्रदेश की सपा सरकार के एक मंत्री हत्या के मामले में उलझ गए हैं। मंत्री के खिलाफ शाहजहांपुर में पत्रकार जागेंद्र सिंह की हत्या के मामले में मुकदमा दर्ज किया गया है। उल्लेखनीय है पत्रकार जागेंद्र सिंह को जिंदा फूंक दिया गया था। उन्हें स्थानीय स्तर पर उपचार के बाद लखनऊ रेफर किया गया था। लखनऊ में इलाज के दौरान जगेंद्र की मौत हो गई थी। इस मामले में पीड़ित पक्ष ने यूपीसरकार के मंत्री राममूर्ति वर्मा पर पत्रकार की हत्या का आरोप लगाया था। आज पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की धारा 302 और 120 बी के तहत एफआइआर दर्ज कर ली। अब आगे की कार्रवाई की जा रही है।
आवास विकास कालोनी में रहने वाले जागेंद्र सिंह के घर एक जून को दोपहर करीब तीन बजे कोतवाली के निवर्तमान प्रभारी निरीक्षक श्रीप्रकाश राय, दो दारोगा और चार सिपाहियों ने दबिश दी थी। इसी दौरान जागेंद्र ¨सह गंभीर रूप से झुलस गए थे। जागेंद्र के शरीर का 65 फीसद हिस्सा झुलस गया था। आनन-फानन में उन्हें जिला अस्पताल में लाया गया। जहां मजिस्ट्रेटी बयान में जागेंद्र ने कहा था कि राज्यमंत्री के इशारे पर इंस्पेक्टर श्रीप्रकाश राय ने उन पर पेट्रोल छिड़ककर ¨जदा फूंकने का प्रयास किया है। जागेंद्र को उसी दिन लखनऊ के सिविल अस्पताल में भर्ती करा दिया गया था।
दरअसल 12 मई को बरेली मोड़ निवासी अमित भदौरिया ने जागेंद्र ¨सह के खिलाफ गाली गलौज करने, जबरन वाहन में ले जाने की कोशिश तथा जान से मारने की नीयत से फायर करने के आरोप के तहत रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इस केस के सिलसिले में ही पुलिस दबिश देने पहुंची थी। हालांकि जागेंद्र के झुलसने की वारदात में पुलिस की भूमिका पर शुरू से ही सवाल उठे रहे हैं। जबकि इंस्पेक्टर राय शुरू से ही आरोपों को निराधार बताते रहे हैं। राय की भूमिका पर सवाल उठने के कारण ही एसपी ने उन्हें लाइन हाजिर कर दिया था। बाद में राय का तबादला झांसी हो गया। सोमवार को दोपहर जागेंद्र ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। बताते हैं कि जागेंद्र के कई महत्वपूर्ण अंगों ने काम करना बंद कर दिया था। इस कारण उनकी स्थिति लगातार बिगड़ती चली गई। जागेंद्र की मौत की खबर फैलते ही उनके परिचितों में शोक छा गया। खुटार क्षेत्र के मूल निवासी जागेंद्र ¨सह सोशल मीडिया पर सक्रिय रहते थे। वह अपने पीछे पिता, पत्नी, दो पुत्र तथा एक पुत्री को छोड़ गए थे।
इंस्पेक्टर राय की बढ़ सकती हैं मुश्किलें
जागेंद्र सिंह की मौत के बाद कोतवाली के निवर्तमान प्रभारी निरीक्षक श्रीप्रकाश राय और उनके हमराह की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। जागेंद्र ने मजिस्ट्रेटी बयान में कहा था कि इंस्पेक्टर राय ने ही पेट्रोल छिड़ककर उन्हें जिन्दा जलाने का प्रयास किया। जाहिर है मौत के बाद यह बयान अहम होगा। वहीं लखनऊ में इलाज के दौरान जागेंद्र ने कहा कि राज्यमंत्री राममूर्ति वर्मा के इशारे पर इंस्पेक्टर श्रीप्रकाश राय ने उन्हें जिन्दा जलाने का प्रयास किया है। जागेंद्र ने सोशल वेबसाइट पर राज्यमंत्री के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए थे। इतना ही नहीं कोर्ट में राज्यमंत्री पर दुष्कर्म के आरोप के तहत केस दर्ज कराने वाली महिला भी जागेंद्र की करीबी है। घटना वाले दिन महिला ने भी पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए थे। वहीं राज्यमंत्री राममूर्ति वर्मा ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया था।