गजब:फांसी के फंदे पर एक घंटे झूलने के बाद भी नही आई मौत

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manju narayanpurफर्रुखाबाद: जाको राखे सईंया मार सके ना कोय यह कहावत उस समय लोगो की जबान पर आई जब एक महिला एक घंटे तक फांसी पर झूलने के बाद जिंदा उतर आयी| उसे उपचार हेतु लोहिया अस्पताल में भर्ती किया गया है|

शहर कोतवाली क्षेत्र के ग्राम नरायनपुर निवासी अशोक धोवी की पत्नी 40 वर्षीय मंजू ने कमरे का ताला तोड़कर अंदर घुसी और अपनी साड़ी से फांसी लगा ली| मजे की बात यह है की मिडिया कर्मियों की मदद से उसे एक घंटे बाद कमरे का दरवाजा तोड़कर जिंदा फांसी के फंदे से निकाला गया| विवरण के अनुसार अशोक के तीन विवाह हुये| जिसमे से उसने पहला विवाह कानपुर के छोटी जूही निवासी बिट्टा के साथ किया था| जिसने एक पुत्र विक्की को जन्म दिया और कुछ वर्षो में ही बीमारी के कारण उसकी मौत हो गयी| दूसरी महिला को वह बिहार से लेकर आया थी| जो कुछ मंद बुद्धि थी| पहले प्रसब के दौरान उसकी मौत हो गयी थी| उसके नवजात ने भी दो महीने के बाद दम तोड़ दिया था| इसके बाद अशोक ने 13 वर्ष पहले उड़ीसा निवासी मंजू को 10 हजार रुपये में खरीद लाया था| जिसके बाद उसने एक पुत्र विक्रम को जन्म दिया जो वर्तमान में 10 साल का है|

सभासद सुरजीत कटियार ने बताया की परिवार वाले आये दिन मंजू के साथ बेरहमी के साथ मारपीट करते है| कई कई दिन तक उसे खाना नही देते| जिससे वह काफी परेशान थी| रविवार को घर पर केबल अशोक की पुत्र बधू मीनू पत्नी विक्की ही थी| तभी मंजू ने फांसी लगा ली| एक घंटे तक फांसी पर झूलने के बाद मौके पर पंहुचे कुछ मिडिया कर्मियों ने मंजू के हाथ पैर हिलते हुये देखे| लोग पुलिस आने का इंतजार कर रहे थे| सभासद सुरजीत कटियार ने आईटीआई चौकी प्रभारी श्री कृष्ण गुप्ता को घटना की जानकारी दी| लेकिन कोई झांकने तक नही आया| इसके बाद पुलिस के आला अधिकारियो को घटना के सम्बन्ध में अवगत कराया गया| इससे पूर्व ही ग्रामीणों ने दरवाजा तोडकर उसे फांसी के फंदे से जिंदा उतार लिया| एक घंटे के बाद अधिकारियो के निर्देश पर रेलवे रोड चौकी प्रभारी इंद्र पाल सिंह फ़ोर्स के साथ मौके पर पंहुचे| उसे गम्भीर हालत में लोहिया अस्पताल में उपचार हेतु भेजा गया|