नई दिल्ली: यूएन के अधिकारियों ने खुलासा किया है कि कुख्यात इस्लामिक स्टेट के आतंकवादियों ने एक लड़की को इसलिए जिंदा जला दिया क्योकि उसने ‘विकृत सेक्स’ से इनकार कर दिया। खबरों के मुताबिक सैकड़ों लड़कियों का अपहरण कर लिया गया है और उनमें से खूबसूरत कुंआरी लड़कियों को सीरियन शहर रक्का के गुलाम बाजारों में सबसे ज्यादा बोली लगाने वालों को बेचा जा रहा है। रक्का को इस्लामिक स्टेट ने अपनी राजधानी घोषित कर रखा है।
इनमें से कई लड़कियों को निर्वस्त्र कर दिया जाता है और नीलामी से पहले उनकी वर्जिनिटी टेस्ट लिया जाता है। इसमें खासकर इराक के अल्पसंख्यक समुदाय यजीदी समुदाय की महिलाओं को निशाना बनाया जाता है।डालाइस्लामिक स्टेट के आतंकवादियों ने एक लड़की को इसलिए जिंदा जला दिया क्योकि उसने ‘विकृत सेक्स’ से इनकार कर दिया।संयुक्त राष्ट्र की विशेष प्रतिनिधि जैनब बांगुरा ने कहा, ‘उन महिलाओं का बलात्कार किया जाता है, उनको यौन-गुलाम बनाया जाता है, जबरन वेश्यावृति करवाई जाती है और अन्य बर्बरता की जाती है।’ जो लड़कियां सबसे ज्यादा खूबसूरत होती हैं उन्हें इस्लामिक स्टेट की राजधानी भेजा जाता है जहां पहले उन्हें संगठन के नेताओं को परोसा जाता है, फिर अमीरों की बारी आती है और बाद में उन्हें सिपाहियों को दे दिया जाता है। हरेक खरीददार उसमें से तीन या चार लड़कियों को रखता है और उसे कुछ महीना अपने पास रखकर किसी और को बेच देता है।
बांगुरा ने कहा कि उन्होंने एक ऐसी लड़की के बारे में सुना जिसे 22 बार बेचा गया था और उसकी कलाई पर किसी तकफीरी नेता का नाम लिखा था जिसका मतलब था कि वह उस नेता की ‘संपत्ति’ है। आईएस के हजारों लड़ाके इस उम्मीद में संगठन में शामिल हो रहे हैं कि उन्हें कोई न कोई लड़की मिल जाएगी।आईएस ने रक्का से कई वीडियो और फोटोग्राफ जारी किए हैं जिसमें उसके हथियारबंद लड़ाके घूमते हुए और सार्वजनिक रूप से लोगों को सजाएं देते हुए दिखाई पड़ते हैं।