जब IPL खिलाड़ियों के कमरों से निकली हसीनाएं!

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girl1नई दिल्ली:फिक्सिंग और सट्टेबाजी की वजह से कई बार बदनामी का दंश झेल चुकी क्रिकेट की सबसे मशहूर टी20 लीग आईपीएल पर एक और दाग लगा है। एक अखबार के हवाले से आई खबर के मुताबिक आईपीएल के पिछले सीजन में फ्रेंचाइजी ने खिलाड़ियों के लिए पार्टियों का आयोजन किया और उन पार्टियों में क्रिकेट के नियमों का जमकर धज्जियां उड़ाई गईं।

फिक्सिंग और सट्टेबाजी के फांस में बुरी तरह से जकड़ी दुनिया की सबसे मशहूर क्रिकेट लीग इससे आजाद होने के लिए छटपटा रही थी। इसके कर्ताधर्ताओं और उनके सगे संबंधियों पर ही इस लीग को दागदार बनाने के आरोप लग रहे थे।
जब IPL खिलाड़ियों के कमरों से निकली हसीनाएं!
एक अखबार के हवाले से आई खबर के मुताबिक आईपीएल के पिछले सीजन में फ्रेंचाइजी ने खिलाड़ियों के लिए पार्टियों का आयोजन किया और उन पार्टियों में क्रिकेट के नियमों का जमकर धज्जियां उड़ाई गईं।

ऐसे में दिग्गज क्रिकेटर सुनील गावस्कर को जब सुप्रीम कोर्ट ने बोर्ड की जिम्मेदारी संभालने का आदेश दिया तो लगा कि इस टूर्नामेंट के अच्छे दिन आने वाले हैं। कोलकाता की टीम ने सीजन-7 का खिताब जीता और लीग के बेदाग आयोजन पर आयोजकों ने अपनी पीठ भी थपथपाई।

लेकिन एक साल बाद आईआईसीसी के एंटी करप्शन यूनिट की एक रिपोर्ट से ये साफ हो गया है कि पिछले सीजन आईपीएल में जो टीवी पर दिखा सिर्फ वही सही नहीं था। सच तो ये था कि पूरे टूर्नामेंट के दौरान प्रोटोकॉल की धज्जिया उड़ाई गई।इंडियन एक्सप्रेस के हवाले से आई खबर के मुताबिक पिछले साल 30 अप्रैल 2014 को पंजाब टीम की मालकिन प्रीति जिंटा ने अपनी पूरी टीम को पार्टी दी। ये पार्टी मुंबई समुद्र तट से 2 किलोमीटर दूर एक प्राइवेट नाव पर दी गई थी। ये नाव प्रीति जिंटा के एक दोस्त की थी। इसमें प्रीति जिंटा के अलावा उनकी एक दोस्त भी पार्टी के दौरान मौजूद थी। आईसीसी की एंटी करप्शन यूनिट ने इस पार्टी से जुड़े सभी लोगों से सट्टेबाजी को लेकर पूछताछ की है।

पार्टी में खिलाड़ियों के साथ ही दूसरे लोगों को भी बुलाने की ये कोई पहली घटना नहीं थी। एक हफ्ते बाद ही 8 मई 2014 को शाहरुख खान के दोस्तों और बिजनेस पार्टनर ने मिलकर कोलकाता टीम के लिए भी एक पार्टी का आयोजन किया। यहां भी नियम-कानूनों को ताक पर रखा गया।जिसमें टीम के खिलाड़ियों के अलावा बड़ी संख्या में आयोजकों के दोस्त-रिश्तेदार आए। कोलकाता टीम के मालिक शाहरुख खान के दोस्तों-रिश्तेदारों की भी लंबी लिस्ट थी। दिल्ली की टीम भले ही मैदान पर फिसड्डी रही लेकिन खिलाड़ियों को पार्टी देने में किसी से पीछे नहीं थी।

9 अप्रैल 2014 को दिल्ली टीम के एक स्पॉन्सर ने दिल्ली के ही एक पांच सितारा होटल में पार्टी दी। पार्टी में टीम के अलावा 100 से ज्यादा बाहरी लोगों को बुलाया गया। ना तो एंटी करप्शन यूनिट को इस तरह की पार्टियों के आयोजन की जानकारी दी गई और ना हीं आनेवाले मेहमानों की लिस्ट, खेल की बदनामी की चिंता तो छोड़ दीजिए। आयोजकों और मालिकों को कानून के डंडे का डर भी नहीं रहा। दुनिया की सबसे मशहूर इस लीग का सारा ढांचा बदल दिया गया, लेकिन हरकतें नहीं बदली। आखिर भद्रजनों के इस खेल के साथ अभद्रता कब तक जारी रहेगी।

हनीट्रैप का मामला

अखबार इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट में एक और गंभीर बात सामने आई वो है हनी ट्रैप। क्रिकेट और क्रिकेट में फिक्सिंग के लिए ये भी कोई नई बात नहीं है। अक्सर खिलाड़ियों को फंसाने के लिए सट्टेबाज इसका (हनी ट्रैप) इस्तेमाल करते हैं। आईपीएल के सीजन-7 में भी रात-रात भर खिलाड़ियों के कमरे में लड़कियों के रहने की बात सामने आई है।

आईपीएल का मैच जितना जानदार होता है, मैच के बाद होने वाली पार्टियां भी उतनी ही शानदार होती हैं। इस दौरान खिलाड़ी मैच के नतीजे को भुलाकर मस्ती करते हैं, लेकिन ये पार्टियां सट्टेबाजों के लिए एक मौके की तरह होती हैं। ये पार्टियां उन्हें खिलाड़ियों तक पहुंचने का आसान रास्ता देती हैं। और इसका जरिया बनती हैं लड़कियां। ये लड़कियां कोई मॉडल या फिर कोई बॉलीवुड हस्ती हो सकती है। पार्टी से हुई जान पहचान कई बार खिलाड़ियों के होटल के कमरे तक जाकर खत्म होती हैं।

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक सीजन-7 में भी हनी ट्रैप का सहारा लिया गया। 8 मई 2014 को एक लड़की चेन्नई के एक क्रिकेटर के कमरे में गई थी। गौरतलब है कि कमरे में गई ये लड़की उस खिलाड़ी की कोई रिश्तेदार नहीं थी। लड़की रात 9 बजकर 50 मिनट पर कमरे में गई और पूरी रात बिताने के बाद सुबह 6 बजकर 5 मिनट पर बाहर गई। जब खिलाड़ी से इसपर सवाल पूछा गया तो उसने लड़की को एक अच्छा दोस्त बताया।

चेन्नई टीम के खिलाड़ियों के साथ ये कोई सिर्फ एक बार नहीं हुआ है। अगले ही दिन एक और चेन्नई टीम के खिलाड़ी के कमरे में लड़की जाती है। रात 10 बजकर 10 मिनट पर ये लड़की होटल के कमरे में दाखिल हुई और सुबह साढ़े 7 बजे तक वो कमरे में ही खिलाड़ी के साथ मौजूद रही। उस खिलाड़ी से जब इसपर सवाल किए गए तो वही जवाब मिला अच्छी दोस्त है और शादी भी कर सकते हैं। लेकिन उस लड़की आईपीएल टीम और खिलाड़ियों से रिश्ते को खंगाला गया तो इस जस्ट फ्रेंड वाले जवाब से पर्दा हट गया।

एंटी करप्शन यूनिट की जांच में सामने आया कि वो लड़की पहले श्रीशांत समेत आईपीएल टीम के दूसरे खिलाड़ियों के संपर्क में भी रह चुकी है। उसे आईपीएल सीजन-6 के दौरान स्टेडियम में बैंगलोर टीम का हौसला बढ़ाते देखा गया था वो भी टिकट लेकर आए किसी आम दर्शक के रुप में नहीं बल्कि वीवीआईपी को मिलने वाला ग्रीन एक्रेडेशन कार्ड के साथ।

होटल में खिलाड़ियों के कमरे में अजनबी लोगों के आने जाने का सिलसिला यूं ही चलते रहा। किसी भी टीम के होटल में इस पर या तो कोई रोक टोक नहीं थी या फिर जानबूझकर जाने की इजाजत दी गई। हैदराबाद टीम के दो खिलाड़ी तो ऐसे थे जिनके कमरे में अजनबियों का मेला लगा रहता था। वो किसी भी शहर में खेलने जाते मिलने वालों का तांता लगा रहता।

पंजाब टीम के विदेशी खिलाड़ी का एक दोस्त तो ना सिर्फ होटल के कमरे में उसके साथ रहता था बल्कि टीम बस में खिलाड़ी के साथ ही आता जाता भी था। क्रिकेट में गहराई तक जड़ जमा चुके भ्रष्टाचार के अलग-अलग रुप सामने आ रहे हैं। बोर्ड और कानून ने मिलकर इसकी जड़ काटने की कोशिशें की लेकिन इस नई रिपोर्ट ने साबित कर दिया कि अभी भी खेल के गुनहगार अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं।