लखनऊ: यूपी के कैबिनेट मंत्री शाहिद मंजूर के मेरठ स्तिथ आवास पर भीड़ जुटी है। हर कोई उनके आवास की ओर चला आ रहा है। दरअसल 11 दिन पहले गंगा में डूबी उनकी बेटी अदीबा का शव मिलने की सुचना मिल चुकी है। गौरतलब है कि उनकी बेटी उत्तराखंड प्रांत स्थित के ऋषिकेश में गंगा में डूब गई थी। उस दिन से ही सर्च अभियान चल रहा था। दो दिन पहले थक हार कर उनके पिता मेरठ वापस आ गए थे लेकिन परिवार के अन्य सदस्य वहीं डेटे थे। आज दोपहर अदीबा का शव मिलने की सूचना प्राप्त हुई है।
तलाशी अभियान की सफलता
बीती 10 मई को मेरठ निवासी अदीबा लक्ष्मणझूला क्षेत्र में फूलचट्टी के समीप गंगा व हेंवल नदी के संगम पर गंगा में डूब गई थी। अदीबा की तलाश के लिए घटना के रोज से ही बचाव दल जुट गए थे। पौड़ी, टिहरी व देहरादून की जल पुलिस व गोताखोरों के अलावा अदीबा की तलाश में सेना की एडवेंचर विंग, पीएसी, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ व नौ सेना के गोताखोर भी लगातार तलाश में जुटे थे 10 मई को ही लक्ष्मणझूला के संत सेवा घाट पर काशीपुर ऊधमसिंह नगर निवासी तरुण बिष्ट भी गंगा में डूब गया था। मगर, तरुण का भी अभी तक कुछ सुराग नहीं लग पाया। अदीबा को तलाश करने के लिए हिमाचल के नहान से भी सेना की एक 12 सदस्यीय गोताखोर दल यहां आया था, जो कल वापस लौट गया जबकि सेना की रायवाला छावनी ने आर्मी एडवेंचर विंग के 22 सदस्यीय दल के साथ 13 सदस्य और खोज में जुटाए थे। घटना के रोज से ही अदीबा के पिता शाहिद मंजूर बेटी की तलाश में यहां डेरा डाले हुए थे। मगर, आठ दिन तक लगातार इंतजार के बाद वह भी थक-हार वापस लौट गए हैं। जबकि उनके कई परिजन अभी भी अदीबा की बरामदगी की उम्मीद को लेकर यही ठहरे हुए थे।
उम्मीद बाकी, दुआ कीजिए
कैबिनेट मंत्री शाहिद मंजूर बेटी डा. अदीबा को लेकर सदमे रहे हैं। मेरठ लौटने के बादउनसे मिलने पहुंचे गण्यमान्य लोगों से उन्होंने रुंधी आवाज में कहा था कि प्रदेश व उत्तराखंड सरकार दोनों अपना काम कर रही हैं। उम्मीद है जल्द ही बेटी का कोई न कोई पता चलेगा। साथ ही उन्होंने मिलने वालों से अपील की कि वह दुआ करें, दुआ कभी बेअसर साबित नहीं होती। अब अल्लाह का ही सहारा है। दुआ कीजिए, अदीबा का सुराग मिल जाए।