नई दिल्ली: कुछ दिन पहले खबरें आई थीं कि दुनिया के सबसे खबतरनाक आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट का सरगना बगदादी मौत की नींद सो गया है। लेकिन वो सभी खबरें गलत साबित हुईं। ना जाने कितने मासूमों को भयानक मौत देने वाला बगदादी अभी भी जिंदा है। मौत उसके करीब आई जरूर लेकिन वो फिर बच गया।
जी हां बगदादी बच चुका है और अब उसके गुर्गों के निशाने पर उनके सबसे बड़े दुश्मन हैं। आईएसआईएस के खूनी भेड़िये बदले की आग में झुलस रहे हैं। ये आतंकी किसी भी सूरत में अमेरिका और उसके साथियों को बड़ा नुकसाना पहुंचाना चाहते हैं क्योंकि यूएस की बमबारी ने बगदादी को बहुत बुरी तरह जख्मी कर दिया है। अपने आका के जख्मों को देखकर आईएसआईएस के आतंकियों ने बदला लेने की कसम खाई है। दुनिया के सबसे खतरनाक खूनी लड़ाके अपने दुश्मनों के जिस्म पर बगदादी के घाव से ज्यादा जख्म देना चाहते हैं। अब ये दहशतगर्द और भी खतरनाक हो चुके हैं।
मासूमों को भयानक मौत देने वाला बगदादी अभी भी जिंदा है। मौत उसके करीब आई जरूर लेकिन वो फिर बच गया।आईएसआईएस के आतंकी बगदादी का बदला लेने के लिए कहीं भी फिदायीन धमाके कर सकते हैं। इस वक्त आईएसआईएस के आतंकियों को बस एक ही धुन है कि बगदादी पर हमला करने वालों से बदला लेना है। खबरों की मानें तो बगदादी बहुत बुरी तरह जख्मी है उसकी रीढ़ की हड्डी पूरी तरह बेकार हो चुकी है। और वो बिस्तर से उठ भी नहीं पा रहा है। फिलहाल संगठन का काम काज संभालने की जिम्मेदारी बगदादी का दाहिना हाथ माने जाने वाले अबु आला अल-आफरी को दी गई है।
हालांकि फिलहाल ये जिम्मेदारी काम चलाऊ व्यवस्था ही है क्योंकि जबतक बगदादी जिंदा है तबतक आईएसआईएस का मुखिया वही रहेगा। अगर उसकी मौत हो जाती है तब आईएसआईएस की शूरा कमेटी अगले मुखिया का चयन करेगी। लेकिन बगदादी बहुत सख्त जान है। उसकी सांसे इतनी जल्दी थम जाएंगी ऐसा सोचना जल्दबाजी ही होगी। क्योंकि इतना घातक हमला झेलने के बावजूद उसकी सांसे अभी भी चल रही हैं। लेकिन वो मौत के पंजों से बाहर है ये भी कहना ठीक नहीं होगा। क्योंकि उसकी सांसे तो चल रही हैं लेकिन धड़कनें धीमी हैं।
आपको बता दें आईएसआईएस के सरगना और दुनिया के मोस्ट वांटेड आतंकी पर अमेरिका ने बमबारी की थी। जिन बमों से बड़ी-बड़ी इमारतें ताश के पत्तों की तरह ढह जाती हैं ये खूंखार आतंकी उन बमों की चपेट में आने के बावूजद बच गया। आपको बता दें 18 मार्च को अमेरिकी सेना ने बगदादी को तब निशाने पर लिया जब वो सीरियन सीमा के करीब अल बाज में काफिला लेकर गुजर रहा था। लंबे समय से दुनिया को चकमा देने वाला ये सरगना उस दिन अमेरिकी एयरफोर्स के निशाने पर आ ही गया। अमेरिकी एयरफोर्स के रॉकेट ने बगदादी की गाड़ी के परखच्चे उड़ा दिए। उसके साथ मौजूद कई लोग मौके पर ही मौत की नींद सो गए। लेकिन बगदादी को मौत अपने साथ नहीं ले जा पाई।
फिलहाल बगदादी का इलाज चल रहा है लेकिन वो इस हालत में नहीं है कि अपने गिरोह को कोई आदेश दे पाए। यही वजह है फिलहाल काम चलाऊ व्यवस्था के तहत उसका दायां हाथ माने जाने वाले अबु आला अल-आफरी को कमांड दी गई है। आफरी पहले फीजिक्स का टीचर था लेकिन अब दुनिया के सबसे खतरनाक आतंकी संगठन का कामचलाऊ मुखिया है। खबरों की मानें तो अल आफरी भी बगदादी की तरह बहुत भड़काऊ उपदेशक है। ये आतंकी भी जब उपदेश देता है तो सुनने वाले उसके एक ऐलान पर खून की नदियां बहा देते हैं।
बहरहाल फिलहाल ऐसा मान लेना कि बगदादी मर जाएगा ये जल्दबाजी ही होगी क्योंकि मौत से उसका सामना पहले भी कई बार हो चुका है। इससे पहले भी कई बार मौत उसके पास आई और गुजर गई। 14 दिसंबर 2014 को भी अमेरिकी जेट ने बगदादी के काफिले पर हमला किया था उस हमले में बगदादी की कार बाल-बाल बच गई थी। उस हमले में बगदादी तो बच गया था लेकिन उसका सबसे करीबी औफ अब्दुल रहमान नहीं बच सका। पिछले कुछ महीनों में बगदादी के और भी कई करीबी मारे जा चुके हैं। लेकिन अब बगदादी अभी भी जिंदा है। और उसके जख्मी होने के बाद आईएसआईएस के आतंकी और भी खतरनाक हो गए हैं वो अपने दुश्मनों से बहुत ही भयानक बदला लेना चाहते हैं।