प्रयास- ‘बच्चो के कुपोषण’ के खिलाफ डीएम का अभियान

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KUPOSHANफर्रुखाबाद। जिलाधिकारी एनकेएस चैहान ने कलेक्ट्रेट सभागार में राज्य पोषण मिशन के अंर्तगत बाल स्वास्थ्य पोषण समिति की बैठक में जनपद के सभी सीडीपीओ, सुपर वाइजर तथा आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को निर्देशित किया कि बच्चों को बांटे जाने वाला पुष्टाहार में यदि कहीं हेरफेर की शिकायत मिली तो संबंधित ब्लाक के सीडीपीओ तथा सुपर वाइजर को जेल भेजा जाएगा। उन्होंने कहा कि बच्चों के निवाले पर डकैती किसी भी सूरत में क्षम्य नहीं होगी, जो भी इसमें लिप्त होगा उसके विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी।

जिलाधिकारी ने बैठक में विभिन्न सीडीपीओ से अपने-अपने ब्लाक के केंद्रो के अनुभवों को मौके पर सुना। उन्होंने कहा कि जिला पंचायती राज, स्वास्थ्य तथा बाल विकास विभाग की यह सामूहिक जिम्मेदारी है कि पोषण मिशन के अंर्तगत ग्रामो में गर्भवती, किशोरी, धात्री महिला तथा 0 से 6 वर्ष तक के बच्चों के स्वास्थ्य की उचित देखभाल की जाए और ग्राम्य पोषण दिवस पर ग्रामो में जाकर बच्चों, गर्भवती महिलाओं, धात्री महिलाओं तथा बच्चों के स्वास्थ्य की जांच की जाए, जो कुपोषित बच्चें हैं उन्हें एनआरसी डा. राममनोहर लोहिया मंे भर्ती कराया जाए।
जिन कुपोषित बच्चों की मां नहीं हैं उनको ग्राम स्वच्छता निधि से माह में दो बार पाउडर वाला दूध का डिब्बा उपलब्ध कराया जाए।

512 ग्राम पंचायतों में अधिकारियों की ड्यूटी लगाते हुए जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि प्रत्येक अधिकारी को दो ग्राम सभाएं दी जा रहीं हैं उनकी यह जिम्मेदारी होगी कि वह माह में एक बार ग्राम स्वास्थ्य पोषण दिवस पर अवश्य जाएं और वहां पर आंगनवाड़ी केंद्र का निरीक्षण करें और यह देखें कि बच्चों को उचित अहार दिया जा रहा है। कुपोषित बच्चों का रजिस्टर विशेष रूप से चेक करें, उनका क्या बजन है, उनके स्वास्थ्य में पहले से कितना सुधार हुआ है, इसको भी देखें और गर्भवती महिलाओं, किशोरियों, धात्री महिलाओं को स्वास्थ्य विभाग और बाल विकास विभाग क्या सुविधाएं उपलब्ध करा रहा है, इसकी तुरंत आख्या प्रेषित करें। जिलाधिकारी ने कहा कि दो प्रकार के अधिकारी होते हैं, एक सुप्तावस्था में रहते हैं और दूसरे सक्रिय रहकर अपने कार्य की जिम्मेदारी को महसूस करते हुए कार्य करते हैं। जिन अधिकारियों को दो ग्राम पंचायतों को गोद लेने के लिए निर्देशित किया गया है वे मन से एकाग्रचित्त होकर अपने कार्य को संपन्न करें। जिलाधिकारी ने जिला कार्यक्रम अधिकारी डा. डीआर विश्वकर्मा को विशेष रूप से निर्देशित किया कि भविष्य मेें कसम दिलाकर सीडीपीओ को पुष्टाहार का वितरण करने हिदायत दी जाए। किसी भी दशा में पंजीरी, पशुओं का अहार न बने। इसके लिए कड़े से कड़े कदम उठाए जाएं। बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी अधिकारी डा. राकेश, कुमार ने स्वास्थ्य पोषण दिवस पर क्या-क्या अधिकारियों को जाकर वहां चेक करना है, इसके विषय में बड़े पैमाने पर व्यापक निर्देश दिए। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी एसएन शुक्ला तथा अन्य जिला स्तरीय अधिकारी, बाल विकास विभाग की सीडीपीओ, सुपर वाइजर उपस्थित रहीं।