नई दिल्ली:देश की राजधानी में एक शख्स सरेआम मौत को गले लगा लेता है। हजारों लोगों के सामने वो शख्स फांसी के फंदे पर झूल जाता है। पुलिस, नेता, मीडिया और पब्लिक तमाशबीन बने रहते हैं। कोई उसे बचाने के लिए आगे नहीं आता। मौत के बाद शुरू होती है राजनीतिक बयानबाजी। सत्ताधीशों की बयानबाजी और विपक्ष की भूमिका निभा रहे लोगों की बयानबाजी। ये बयानबाजी बताती है कि हमारे देश में इंसान की जान की कीमत क्या है? राजनीति का स्तर क्या है? और हमारी नुमाइंदगी करने का दम भरने वालों में संवेदना कितनी है?
कांग्रेस नेता राहुल गांधीः मोदी सरकार किसानों को सजा दे रही है। सरकार सिर्फ कॉरपोरेट की मदद करती है। हम किसानों के लिए जो भी संभव होगा, वो करेंगे।
बीजेपी अध्यक्ष सतीश उपाध्यायः ये निश्चित रूप से हत्या का मामला है। इसके पीछे कोई न कोई साजिश लगती है। पुलिस को आयोजकों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।
आप नेता संजय सिंहः बार-बार कुमार विश्वास कहते रहे लेकिन पुलिस नहीं पहुंची। फिर हमारे कार्यकर्ताओं ने ही उसे बचाया। हमने कभी संवेदनहीनता नही दिखाई। मोदी पटना रैली में बम ब्लास्ट के दौरान भाषण दे रहे थे वो हमें असंवेदनशील बता रहे हैं। हमने लगातार उनको मंच से बचाने की अपील की। ये संवेदनशील मसला है। केंद्र और राज्य सरकार की नीतियों के कारण किसान आत्महत्या कर रहे हैं।
आप नेता आशुतोषः पुलिस से बार-बार कहा गया। पुलिस वाले इसके लिए ट्रेंड होते हैं। एक भी पुलिसवाला उस पेड़ के पास नहीं गया। मैं अपील करना चाहता हूं। उस इलाके के इंचार्ज के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए, सिर्फ जांच से काम नहीं चलेगा। (इस सवाल पर कि क्या मुख्यमंत्री को उसे नहीं बचाना चाहिए था तो तंज कसते हुए आशुतोष कहते हैं) ये अरविंद जी की गलती है कि वो पेड़ पर नहीं चढ़े। शाखा पर नहीं चढ़े। अगली बार ऐसा होगा तो हम उसने ऐसा करने को कहेंगे। (हालांकि बाद में आशुतोष ने अपने इस बयान के लिए ट्वीट कर माफी मांगी।)
आरएलडी नेता जयंत चौधरीः पुलिस भी वहां मौजूद थी। आयोजक सब देख रहे थे। घटना के बाद भी भाषण देते रहे ये सब गलत है। ये संवेदनहीनता है। इनको(आप नेताओं को) बड़ा नेता जनता ने बना दिया लेकिन कोई बड़ी सोच नहीं रखता है।
संयुक्त आयुक्त पुलिस, एम के मीणाः पुलिस जांच कर रही है। जांच में जो निकलेगा वो बताया जाएगा। शव परिजनों को सौंप दिया गया है।
बीजेपी नेता रमेश विधूड़ीः ये आम आदमी पार्टी की साजिश थी। जांच होनी चाहिए और आयोजकों पर कार्रवाई होनी चाहिए। निश्चित रूप से ये करवाया गया है। केजरीवाल को उसके परिवार को पांच करोड़ का मुआवजा देना चाहिए।
कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवालाः देश शर्मसार है। मोदी की वजह से किसान आत्महत्या करने को मजबूर हैं। मुख्यमंत्री को शर्म नहीं आती। वो जाकर इसे रोक सकते थे, अब वो इल्जाम लगा रहे हैं।
दिल्ली के हेल्थ मिनिस्टर सत्येंद्र कुमार जैनः घटना के लिए बहुत दुख है। मजिस्ट्रेट जांच चल रही है। संवेदनहीनता की कोई बात नहीं है।
विदेश राज्यमंत्री वी के सिंहः आम आदमी पार्टी में संवेदनशीलता गायब हो गई है। आज अरविंद पेड़ के पास पहुंचकर उस शख्स को बचाने का प्रयास करते तो देश में उनका ज्यादा नाम होता।
बीजेपी नेता सुधांशु त्रिवेदीः ये घटना दुखद दुर्भाग्यपूर्ण है। गृहमंत्री ने जांच के आदेश दिए हैं। दिल्ली पुलिस इसकी जांच करेगी। ये क्षण राजनीति करने का नही है लेकिन आत्महत्या से दुखद आत्महत्या के बाद ये रैली चलते रहना था। AAP के कार्यक्रमों में ऐसा क्यों होता है इस बिंदु पर उन्हें आत्मविश्लेषण करना चाहिए।
पुलिस कमिश्नर बी एस बस्सीः कार्यवाही चल रही है। जांच पूरी होने के बाद ही जानकारी दी जाएगी। हम अपना काम ठीक तरीके से कर रहे हैं। ज्वाइंट सीपी इसके हर पहलू को देखेंगे। बिना जांच के कोई टिप्पणी नहीं करूंगा।
कांग्रेस नेता अशोक गहलोतः बेहद दुखद घटना हुई। आज किसान की यह स्थिति हो गई है कि वह देश की राजधानी में सार्वजनिक रूप से फांसी लगाकर आत्महत्या करने को मजबूर हो गया है।
आप नेता कुमार विश्वासः आप हमें कुछ भी कह लीजिए। हमें अराजक कहा जा चुका है लेकिन मीडिया ने क्यों नहीं उसे बचा लिया। हमें सिर्फ इस बात पर फोकस करना चाहिए कि उसने सुसाइड नोट में क्या लिखा है।