कानपुर: एक महिला ने पुलिस कर्मियों पर थाना के कम्प्यूटर रूम में बंद कर सामूहिक दुष्कर्म का आरोप लगाया है। महिला के इस आरोप से कानपुर शहर में सनसनी फैल गई है।
कानपुर के ग्वालटोली निवासी रितेश गुप्ता के यहां महिला पिछले कई साल से नौकरानी का काम करती थी। रितेश के अनुसार तीन अप्रैल को उनके घर के लॉकर से लगभग एक लाख रुपये के जेवरात चोरी हो गये। उन्होंने आठ अप्रैल को लाकर खोले तो सामान गायब मिला। शक नौकरानी पर गया तो उसके खिलाफ ग्वालटोली थाने में नामजद तहरीर दे दी। पुलिस ने नौकरानी और उसके पति से कड़ाई से पूछताछ की तो महिला ने चोरी स्वीकार कर ली। एसओ ग्वालटोली के अनुसार महिला ने ग्वालटोली स्थित राज ज्वैलर्स के यहां जेवरात बेचे थे, जिसे छापा मारकर बरामद कर लिया गया। शनिवार को चोरी और चोरी का माल खरीदने के आरोप में महिला और ज्वैलर्स के मालिक आशीष वर्मा को जेल भेजा गया।
आज महिला का पति अपने अधिवक्ता के साथ मीडिया के सामने आया और उसने पत्नी के साथ सामूहिक दुष्कर्म का आरोप लगाया। महिला के पति के अनुसार पुलिस उसकी पत्नी को पकड़कर थाने में ले गयी, वहां उसे पूछताछ के नाम पर थाने के कंप्यूटर रूम में बंद कर दिया गया। वह पत्नी से मिलना चाहता था लेकिन थानेदार राजेश सिंह ने पत्नी से नहीं मिलने दिया। शनिवार को पुलिस ने आनन-फानन में जेल भेज दिया। वह जेल में पत्नी से मिलने गया तो उसने अपने साथ हुई घटना के बारे में बताया। युवक के अुनसार थाने के कंप्यूटर रूम में पत्नी के साथ पुलिसकर्मियों ने हैवानियत की सारी हदें पार कर दीं। युवक ने पत्नी का मेडिकल कराने की मांग की है। इस संबंध में एसओ ग्वालटोली राजेश सिंह का कहना है कि वह हर प्रकार की जांच के लिए तैयार हैं।
आरोपी को महिला पुलिसकर्मियों के संरक्षण में रखा गया था और उन्हीं की सुरक्षा में जेल भेजा गया। सीओ कर्नलगंज अमित कुमार राय ने बताया कि आरोप गंभीर हैं, महिला ने यह आरोप क्यों लगाए हैं। इसकी कितनी सत्यता है इसके बारे में महिला की मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई होगी।