जबलपुर: दीक्षितपुरा की मन्नूलाल अस्पताल में देररात एक नवजात ने जन्म लिया, जिससे डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया था, लेकिन रविवार सुबह दफनाने के दौरान बच्ची की सांसे चलने लगीं। जिसके बाद बच्ची को अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे अक्सीजन दी जा रही है।
दीक्षितपुरा निवासी आकाश मराठा की पत्नी सोनू ने शनिवार रात 1.30 बजे मन्नूलाल अस्पताल में बच्ची को जन्म दिया था। पल्स न मिलने के कारण डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। रोते बिलखते परिजन बच्ची को घर ले गए। रविवार सुबह 9.30 बजे बच्ची को दफनाने की तैयारी चल रही थी। इसी बीच बच्ची बच्ची की सांस चलने का परिजनों को एहसास हुआ। इसके बाद परिजन फिर उसे अस्पताल ले गए। जहां उसका उपचार जारी है। लोग इसे चमत्कार मान रहे हैं।
अस्पताल अधीक्षक डॉ. डीके तिवारी ने बताया कि महिला का बीपी हाई होने के कारण उसे आईसीयू में रखा गया था। देररात उसने नवजात को जन्म दिया। सात माह का गर्भ होने के कारण नवजात की पल्स नहीं मिल रही थी। जांच के बाद उसे मृत घोषित किया गया था। सुबह परिजन उसे फिर लेकर आए, जिसका इलाज किया जा रहा है।