फर्रुखाबाद: कहते है की कुदरत कभी ख़ुशी तो कभी गम देती है| लेकिन जल्दी देती है यह पहली बार देखने को मिला| कुदरत ने यह सच का दिया| रेशमा ने चलती बस में पुत्र को जन्म दिया तो ख़ुशी का ठिकाना नही था| लेकिन कुछ देर बाद ही उसकी खुशियों को नजर लग गयी| उसकी मासूम पुत्री की टैक्सी में उसके साथ जा रही थी जिसकी मार्ग दुर्घटना में दर्दनाक मौत हो गयी| पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया है|
पड़ोसी जनपद हरदोई के चठिया धनवाद मझला निवासी शमीर अपनी पत्नी रेशमा, पांच वर्षीय पुत्री शानम व अन्य लोगो के साथ दिल्ली से रोडवेज में घर आ रहा था| तभी रास्ते में ही चलती बीएस में रेशमा ने पुत्र को जन्म दिया| जिससे रेशमा व उसके पति शमीर की ख़ुशी का कोई ठिकाना नही रहा| सभी रोडबेज बस अड्डे पर उतारे और जल्दी से अपने गाँव पंहुचने के लिये एक टैक्सी किराये पर कर ली| जिसमे सबार होकर सभी जा रहे थे|
सोमबार सुबह तकरीबन चार बजे का समय था राजेपुर थाना क्षेत्र के इटावा बरेली हाईवे पर ग्राम महमदपुर नासा पुल के निकट तेज रफ्तार ट्रक ने टैक्सी के जोरदार टक्कर मार दी| जिसमे कई शमीर उसकी मासूम पुत्री शानम , नसीम पुत्र रामलाल, रूवी पत्नी असरफ गम्भीर घायल हो गये| शानम को उसके पिता शामिर ने सुबह लोहिया अस्पताल पंहुचाया| लेकिन उसे चिकित्सको ने मृत घोषित कर दिया| वही अन्य घायलों का इलाज किया गया| पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया है|