बरेली: भगवान शंकर को पहला पैगंबर बताने पर एक मुफ्ती के खिलाफ मुस्लिम समाज के कुछ लोगों ने कड़ी नाराजगी जाहिर की है। आल इंडिया जनसेवा मंच की ओर से इस बावत कोतवाली में तहरीर देकर एफआइआर दर्ज किए जाने की भी मांग की गई है। तहरीर में कहा गया कि भगवान शंकर ङ्क्षहदुओं देवता है, मुस्लिमों के पैगंबर नहीं।
बरेली के आजमनगर निवासी नदीम कुरैशी की तहरीर के मुताबिक जमीयत उलमा का एक डेलिगेशन बुधवार को मुफ्ती मुहम्मद इलियास के नेतृत्व में अयोध्या गया और वहां पर उन्होंने एक विवादित बयान दिया, जिसमें मुसलमानों का पहला पैगंबर भगवान शंकर को बताया। इसे पढ़कर शिकायतकर्ता की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है। तहरीर में कहा गया कि मुफ्ती मुहम्मद इलियास ने इस बयान ने पूरी मुस्लिम कौम का दिल दुखाया है।
शंकर भगवान उनकी जानकारी में ङ्क्षहदू समुदाय में भगवान हैं मुसलमानों के पैगंबर नहीं। अगर किसी किताब में या कुरान में जिक्र है तो मुहम्मद इलियास साबित करें। तहरीर में कहा गया कि मुफ्ती के बयान से शिकायतकर्ता की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है। लिहाजा रिपोर्ट लिखकर कार्रवाई की जाए। इंस्पेक्टर कोतवाली शक्ति सिंह का कहना है कि तहरीर मिली है। समाचार पत्र में प्रकाशित खबर पर रिपोर्ट के लिए उसके प्रकाशन क्षेत्र में ही रिपोर्ट दर्ज कराई जाती है। वादी को सीओ से मिलने के लिए कहा गया है।