लखनऊ: उत्तर प्रदेश में स्वाइन फ्लू से पीडि़त मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। बीते 48 घंटों में सात लोगों को जान से हाथ धोना पड़ा हैं। पीडि़तों की संख्या करीब 20 से 25 जानकारी में आई है। कई स्थानों पर स्वास्थ्य विभाग इन मौतों का कारण स्वाइन फ्लू होने से इन्कार कर रहा है। स्वाइन फ्लू से पीडि़त शाहजहांपुर की जिलाधिकारी शुभ्रा सक्सेना की हालत में अब सुधार है।
वाराणसी में स्वाइन फ्लू के संदेह में एक विदेशी महिला समेत तीन भर्ती हैै। उन्नाव के एसपी एमपी सिंह की पत्नी को भी स्वाइन फ्लू होने की जानकारी मिली है। कल बाराबंकी के एक युवक की लखनऊ में और बुलंदशहर के ठेकेदार की गाजियाबाद में इलाज के दौरान मौत हो गई जबकि कानपुर में एक महिला ने दम तोड़ा। नोएडा के एक वृद्ध की दिल्ली में उपचार के दौरान मौत हो गई। मथुरा निवासी मुक्तेश बिहारी की आगरा में स्वाइन फ्लू से मौत हो गई। निजी लैब की जांच में स्वाइन फ्लू की पुष्टि होने की पुष्टि की थी।
सीएमओ एचएस दानू ने बताया कि नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल की जांच रिपोर्ट के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। आगरा के फतेहपुर सीकरी में 11 वर्षीय बालिका की स्वाइन फ्लू से मौत होने से खलबली मची है। अस्पताल में भर्ती दो बच्चों की हालत गंभीर है। आज दो अन्य संदिग्ध भर्ती किए गए। कई संदिग्ध मामले सामने आ रहे हैं। उनका भी इलाज चल रहा है।
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के तिब्बिया कॉलेज के प्रोफेसर अजमल खां को स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई है। उनका दिल्ली के अपोलो अस्पताल में इलाज चल रहा है। बरेली में स्वाइन फ्लू के तीन और संदिग्ध मिले हैं।
बांदा के अतर्रा निवासी श्याम सिंह का बेटा वीरू प्रतापगढ़ में बुखार से पीडि़त था। रात एक नर्सिंग होम में उसने दम तोड़ दिया। वाराणसी में आस्ट्रेलिया की एंटोनिटी जाय सिंगल को उनके पति मैकम आर्थर ने एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। संदेह की पुष्टि के लिए स्वाब के नमूने जांच को लखनऊ एसजी पीजीआइ भेजे गए हैं।