लखनऊ: बड़े अरमान थे कि हेलीकॉप्टर से दुल्हन लेकर आएंगे। दूल्हे ने भाड़े पर हेलीकाप्टर मंगाया और एटा के गांव नगला धनी में दुल्हन की विदाई के लिए खड़ा कर दिया। मगर तय मुहूर्त पर विदाई नहीं हो सकी। दो दिन तक खराब मौसम के चलते हेलीकॉप्टर ने उड़ान नहीं भरी। दूल्हा भी अड़ा रहा कि दुल्हन तो हेलीकॉप्टर से ही लेकर जाएगा। आखिर बरात को दो रातें यहां बितानी पड़ीं। मंगलवार को मौसम साफ हुआ तब दुल्हन की विदाई हो सकी।
कोतवाली देहात क्षेत्र के गांव नगला धनी में 18 जनवरी को प्रधान दुर्गेश यादव की पुत्री पूजा की शादी थी। बरात मुरादाबाद के जसवंत सिंह के पुत्र कपिल की आई थी। हेलीकॉप्टर आना पहले से तय होने के कारण गांव के बाहर खेतों में हेलीपैड बनवाया गया था। सही समय पर बरात आ गई। विदाई का वक्त आया तो 19 जनवरी की सुबह मौसम इतना खराब था कि पायलट उड़ान भरने की हिम्मत नहीं जुटा पाया। ऐसे में दूल्हा सड़क मार्ग से दुल्हन को विदा कराके ले जा सकता था लेकिन लड़के वाले इसके लिए राजी नहीं हुए।
20 जनवरी को मौसम साफ होने पर उसने उड़ान भरी। इस तरह एक दिन के लिए आई बरात दो दिन रुकी रही। हालांकि बरात में आए काफी लोग चले गए थे, लेकिन दुल्हन की विदाई न होने के कारण परिजन और रिश्तेदार रुके हुए थे।