इंस्पेक्टर की आपबीती: ‘उप्र पुलिस का गुंडा है,….मैं निकालता हूं गुंडई ‘

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up pulisलखनऊ: ‘उत्तर प्रदेश पुलिस का गुंडा है…,मैं निकालता हूं तेरी गुंडई।’ होटल से चाय पीकर उतरते ही यह कहते हुए एक युवक ने मेरा गिरेबान पकड़ लिया, फिर सादा कपड़ों में एसपी सिटी शिवदीप लांडे पकड़कर कोतवाली ले गए। यह कहना है क्राइम ब्रांच के प्रभारी सर्वचंद्र का, जिन्हें रविवार को पटना में रिश्वतखोरी के आरोप में सरेआम हिरासत में ले लिया गया था। मामले के तूल पकडऩे के बाद उन्हें रिहा किया गया। सोमवार को वह अपनी टीम के साथ मुरादाबाद लौट आए। उन्होंने पत्रकारों को बताया कि दो जनवरी को वह चार अन्य पुलिस कर्मियों के साथ पटना रवाना हुए। पटना में आमद भी दर्ज कराई। वहां स्पूफिंग मामले में पंकज की तलाश थी। इसके लिए पटना के फुलवाड़ी, शरीफबाग, चौक व कोतवाली सहित सात थाना क्षेत्रों में जांच की। रविवार सुबह साढ़े आठ बजे वह कोतवाली क्षेत्र में एक होटल में चाय पीकर नीचे उतरे। दो-तीन कदम चलते ही सादे कपड़ों में आए पुलिस कर्मी ने उन्हें गिरेबान पकड़कर रोक लिया और बोला-तू है उत्तर प्रदेश पुलिस का गुंडा..मैं निकालता हूं तेरी गुंडई। इससे पहले वह कुछ समझ पाते, एसपी सिटी शिवदीप लांडे ने भी दबंगई दिखानी शुरू कर दी और पकड़कर कोतवाली ले गए। यहां नीचे बैठने को कहा, लेकिन मैंने खुद को पुलिस इंंस्पेक्टर बताते हुए साफ मना कर दिया। इसी बीच अन्य अधिकारी भी पहुंच गए। लोकसभा चुनाव में पुलिस पर्यवेक्षक बनकर यहां (मुरादाबाद) आए बिहार के आइजी कानून व्यवस्था एके अंबेडकर तक मामला पहुंचा तो उन्होंने जांच कराई। सीसीटीवी फुटेज में रिश्वतखोरी के कोई साक्ष्य नहीं मिले, लिहाजा उन्हें छोड़ दिया गया।

इंस्पेक्टर ने बताया कि बांड भरकर छोडऩे की बात भी गलत है। उनसे किसी तरह का हस्ताक्षर नहीं कराए गए हैं। उनका कहना है कि उन्हें बेइज्जत करने के मामले में एसपी सिटी के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। वह इस मामले में एसएसपी लव कुमार व डीआइजी गुलाब सिंह से भी मिलेंगे। इसके बाद पूरे मामले की रिपोर्ट शासन स्तर पर भेजी जाएगी। बताते चलें कि रविवार को ही डीजीपी ने एसएसपी से पूरे मामले की जानकारी लेकर इंस्पेक्टर के लौट आने पर पूरी रिपोर्ट भेजने को कहा था। डीआइजी गुलाब सिंह का कहना है कि मामले की जानकारी की जा रही है। जल्द ही पूरी रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी।