फर्रुखाबाद: फर्रुखाबाद महोत्सव में शुक्रवार को प्रदेश के कबीना मंत्री राममूर्ति वर्मा की मौजूदगी में फर्रुखाबाद संसद का आयोजन किया गया| जिसमे सत्तापक्ष और विपक्ष के मंत्रियों और सांसदों के मध्य शहर की समस्याओं को लेकर जमकर नोकझोंक हुई| शहर की टूटी सड़कों, गन्दगी, अतिक्रमण, पार्कों के विकास, महिलाओं की सुरक्षा आदि समस्याओं को लेकर विपक्ष ने सत्तापक्ष को घेरा| वहीँ सत्तापक्ष ने अपनी उपलब्धियों का खूब बढ़ाचढ़ाकर बखान किया| जिसमे कहा गया की सत्ता के करीबी ही जनपद में अतिक्रमण करते है|
फर्रुखाबाद संसद का शुभारम्भ प्रदेश के दुग्ध एवं डेरी विकास मंत्री राममूर्ति वर्मा ने किया| इससे पूर्व उन्होंने पटेल पार्क में लगी सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा पर डॉ रामकृष्ण राजपूत के साथ माल्यार्पण किया| संसद के स्पीकर की कार्रवाई पूर्व विधायक महरम सिंह ने संभाली| उनके उद्बोधन के बाद प्रधानमन्त्री का पद संभाल रहे अरुण प्रकाश तिवारी ‘ददुआ’ ने सरकार के कामकाज का ब्यौरा पेश किया| जिसे विपक्ष के नेता जवाहर सिंह गंगवार ने सिरे से नकार दिया| उन्होंने कहा कि प्रधानमन्त्री ने जिन विकास कार्यों का दवा किया है, वह हकीकत में नहीं हुए हैं| उन्होंने शहर की प्रमुख समस्याओं की ओर संसद का ध्यान आकृष्ट किया| इस दौरान सरकार के मंत्रियों और सांसदों के बीच तीखी नोकझोंक भी हुई|
फर्रुखाबाद संसद के इस आयोजन को देखने के बाद मुख्य अतिथि केबिनेट मंत्री राममूर्ति वर्मा ने जमकर तारीफ़ की| उन्होंने कहा, जनता जिन नेताओं को चुनकर संसद और विधानसभा में भेजती है| वह आखिर वहां क्या करते हैं? जनता को यह जानने का हक़ है| जनता के बीच संसद का खुला आयोजन उसको समझने का सही माध्यम है| इस प्रकार का आयोजन पहली बार देखा है| अब वह प्रयास करेंगे कि ऐसे आयोजन और जिलों में भी हो|
संसद में वकील राकेश सिंह ने उप प्रधानमंत्री, अजीत सिंह यादव ने वन एवं पर्यावरण मंत्री सहित विधान चन्द्र गुप्ता, मीरा सिंह, सुमन राठौर और धीरेन्द्र सिंह फौजी मंत्री की भूमिका में रहे| विपक्ष में नेता की भूमिका वरिष्ठ अधिवक्ता जवाहर सिंह गंगवार ने निभाई| जबकि मनोज कुमार राठौर, हेमनारायण पाण्डेय, विक्रांत अवस्थी और रामनरेश गौतम आदि विपक्ष में सांसद की भूमिका में रहे|
पूर्व विधायिका उर्मिला राजपूत ने संसदीय सचिव की भूमिका निर्वाह की| कार्यक्रम में पधारे कबीना मंत्री श्री वर्मा का महोत्सव के स्वागताध्यक्ष डॉ जितेन्द्र सिंह यादव ने शाल और प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया| इस दौरान नगर मजिस्ट्रेट महमूद आलम अंसारी, महाप्रबंधक पराग डेरी हरकरन सिंह, तहसीलदार सदर राजेंद्र प्रसाद चौधरी आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे|