झारखंड में जीत पर भाजपा गदगद, J&K पर बोले शाह- ‘सरकार बनाने के विकल्प खुले हैं’

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amit-shahनई दिल्ली :भाजपा के जम्मू कश्मीर में सरकार बनाने में अहम भूमिका निभाने की स्थिति में पहुंचने के साथ ही पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने आज पीडीपी या नेशनल कांफ्रेंस के साथ हाथ मिलाने की संभावना को खारिज नहीं किया और कहा कि सभी विकल्प खुले हुए हैं।

जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव के परिणामों में पीडीपी के बाद भाजपा के दूसरे सबसे बड़े दल के तौर पर उभरने के बाद शाह ने संवाददाताओं से कहा, ‘सभी विकल्प खुले हैं। भाजपा की सरकार बनाने का विकल्प खुला है। किसी को समर्थन देने का विकल्प भी खुला है। किसी और की सरकार में शामिल होने का विकल्प भी खुला है। सभी तीनों विकल्प खुले हैं।’ उन्होंने कहा कि भाजपा का फैसला दूसरे दलों की पहल पर भी निर्भर करेगा।

शाह के मुताबिक कल पार्टी संसदीय बोर्ड की बैठक में राज्य में विकल्पों पर विचार किया जाएगा और झारखंड में मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के नाम पर भी विचार विमर्श किया जाएगा जहां भाजपा अपने दम पर सरकार बनाने की ओर अग्रसर है। भाजपा नेता और पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा की हार के बाद झारखंड में नेतृत्व का मुद्दा भी महत्वपूर्ण हो गया है।

जम्मू कश्मीर में जहां त्रिशंकु विधानसभा के आसार हैं वहीं 81 सदस्यीय झारखंड विधानसभा में सहयोगी आजसू के साथ भाजपा 41 के जादुई आंकड़े तक पहुंचती दिखाई दे रही है। 87 सदस्यीय जम्मू कश्मीर विधानसभा में अभी तक आये नतीजे और रझानों के आंकड़ों के अनुसार पीडीपी के खाते में 28, भाजपा को 25 और नेशनल कांफ्रेंस को 15 सीटें मिलने की संभावना है। चुनावी नतीजों से प्रसन्न दिख रहे शाह ने परिणामों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व और उनकी सरकार के विकास कार्यों को जनता का समर्थन बताया।

संसद में धर्मांतरण के मुद्दे पर सरकार को घेरने की कोशिश करने वाले विपक्षी दलों को आड़े हाथ लेते हुए भाजपा अध्यक्ष ने कहा, ‘चुनाव परिणाम हमारी सरकार के विकास और परिवर्तन के एजेंडे का विरोध करने वालों के लिए सबक है।’ उन्होंने कहा, ‘भाजपा की झारखंड में 2009 में 18 सीटें थीं जो 41 तक पहुंच गयी हैं। जम्मू कश्मीर में 2008 में हमारी सीटें 11 थीं जो बढ़कर 25 हो गयी हैं। हमें राज्य में सर्वाधिक मत प्रतिशत मिला है।’ शाह के अनुसार भाजपा जम्मू कश्मीर में बड़ी लोकतांत्रिक ताकत बनकर उभरी है।