लखनऊ: शिक्षा के गिरते स्तर पर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव काफी चिंतित हैं। उनका यह दर्द आज छलका शिक्षकों के सम्मान के दौरान। अपने सरकारी आवास, पांच कालीदास मार्ग पर आज सीएम अखिलेश यादव ने कहा कि आज के दौर में नकल करना संस्कृति बन गई है। सांसद रहते मैंने खुद देखा कालेज में माता-पिता और सहयोगी नकल कराते हैं।
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उच्च शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए तीन शिक्षकों को सरस्वती सम्मान और छह को शिक्षक श्री सम्मान से अलंकृत किया। सरस्वती सम्मान से नवाजे गए प्रत्येक शिक्षक को तीन लाख रुपये और शिक्षक श्री से विभूषित शिक्षक को डेढ़ लाख रुपये के अलावा प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया।
सरस्वती सम्मान से अलंकृत शिक्षक
1-प्रो.मुन्ना सिंह, कुलपति, चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, कानपुर
2-प्रो.ध्रुवसेन सिंह, भू-विज्ञान विभाग, लखनऊ विश्वविद्यालय
3-प्रो.जीसी पांडेय, सेवानिवृत्त अध्यक्ष, पर्यावरण विज्ञान विभाग, डॉ.राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय, फैजाबाद
शिक्षक श्री सम्मान से अलंकृत शिक्षक
1-डॉ.सोमेश कुमार शुक्ला, विभागाध्यक्ष, वाणिज्य विभाग, लखनऊ विश्वविद्यालय
2-डॉ.उदय प्रताप सिंह, एसोसिएट प्रोफेसर, मानवविज्ञान, लखनऊ विश्वविद्यालय
3-डॉ.निसार अहमद आजमी
एसोसिएट प्रोफेसर (अवकाशप्राप्त), अरबी कल्चर, लखनऊ विश्वविद्यालय
4-डॉ.गुलाब शंकर लाल सेवानिवृत्त प्राचार्य, राजकीय महाविद्यालय, इंदुपुर, देवरिया
5-डॉ.बलबीर सिंह, एसोसिएट प्रोफेसर एवं अध्यक्ष, हिंदी विभाग, हरिश्चंद्र स्नातकोत्तर महाविद्यालय, वाराणसी
6-डॉ.हरेंद्र सिंह, प्राचार्य, आरएन इंस्टीट्यूट ऑफ मॉडर्न मैनेजमेंट एजुकेशन एंड रिसर्च सेंटर, मेरठ।